Jharkhand NIA: एनआइए ने डायरेक्शनल बम से हमला मामले में मध्य प्रदेश में की छापेमारी, मिल सकता है महत्वपूर्ण सुराग

Jharkhand NIA एनआइए ने सुरक्षा बल पर हुए माओवादियों के डायरेक्शनल बम से हमला मामले में मध्य प्रदेश में छापेमारी की है। यह छापेमारी मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के बंशुक्ली चौराहा में की गई है।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 12:58 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 12:58 PM (IST)
Jharkhand NIA: एनआइए ने डायरेक्शनल बम से हमला मामले में मध्य प्रदेश में की छापेमारी, मिल सकता है महत्वपूर्ण सुराग
एनआइए ने सुरक्षा बल पर हुए माओवादियों के डायरेक्शनल बम से हमला मामले में मध्य प्रदेश में छापेमारी की है।

रांची, राब्यू। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोकलो थाना क्षेत्र के लांजी में सुरक्षा बल पर हुए माओवादियों के डायरेक्शनल बम से हमला मामले में मध्य प्रदेश में एक संदिग्ध के ठिकाने पर शुक्रवार को छापेमारी की है। यह छापेमारी मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के बंशुक्ली चौराहा में की गई है, जहां से एनआइए को मोबाइल फोन, हस्तलिखित डायरी व अन्य संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है। इसकी जांच से महत्वपूर्ण सुराग हाथ लग सकते हैं।

डायरेक्शनल बम से हमला मामले में एनआइए ने मध्य प्रदेश के कटनी जिले के बरही थाना क्षेत्र स्थित हीरापुर निवासी जैकी पार्धी नामक हथियार सप्लायर को रिमांड पर लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। जैकी को गत वर्ष दिसंबर महीने में सरायकेला-खरसांवा की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसपर माओवादियों तक विस्फोटक, हथियार व कारतूस पहुंचाने का आरोप है। यह भी आरोप है कि उसने झारखंड में भाकपा माओवादियों के शीर्ष उग्रवादियों तक एके-47 सहित कई घातक हथियार की सप्लाई की है। मध्य प्रदेश में हुई छापेमारी भी जैकी से मिले इनपुट के आधार पर ही की गई है।

बताते चलें कि इसी वर्ष चार मार्च को पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोकलो थाना क्षेत्र के लांजी पहाड़ी पर दस्ते की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस पर माओवादियों ने डायरेक्शनल बम से हमला कर दिया था, जिसमें तीन जवान शहीद हुए थे और दो जख्मी हो गए थे। शहीद जवानों में झारखंड जगुआर के सिपाही हरिद्वार साह, किरण सुरीन व हवलदार देवेंद्र कुमार पंडित शामिल थे। घायलों में सिपाही दीप टोपनो और निकू उरांव शामिल थे। इसके बाद टोकलो थाने में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

एनआइए ने टोकलो थाने में दर्ज प्राथमिकी को टेकओवर करते हुए 24 मार्च को केस रजिस्टर्ड किया था। उक्त प्राथमिकी में एक करोड़ रुपये के इनामी अनल दा उर्फ तूफान, 10 लाख के इनामी महाराज प्रमाणिक सहित 33 नामजद व 20-25 अज्ञात माओवादियों को आरोपित बनाया गया था। इस प्रकरण में अब तक करीब दर्जन माओवादी व उनके समर्थक गिरफ्तार व आत्मसमर्पण कर चुके हैं। एनआइए लगातार इस मामले के अनुसंधान में आगे बढ़ रही है और इसी कड़ी में मध्य प्रदेश में छापेमारी की है।

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