Ranchi Double Murder का खुलासा, चाचा-चाची की हत्या की, उन्हें मुखाग्नि दी, राज न खुले इसलिए पुलिस के सामने की नारेबाजी, पर दबोचा गया
Jharkhand Crime News रांची के कांके रोड स्थित तितली टोली में बीते 26 फरवरी को हुए दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। दंपती का हत्यारा उनका भतीजा ही निकला। जिस भतीजे ने चाचा-चाची की बेरहमी से हत्या की दूसरे दिन उनके शव को मुखाग्नि भी दी।
रांची : (जासं ) रांची के कांके रोड स्थित तितली टोली में बीते 26 फरवरी को हुए दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। दंपती का हत्यारा उनका भतीजा ही निकला। जिस भतीजे ने चाचा-चाची की भुजाली से मारकर बेरहमी से हत्या की, दूसरे दिन उनके शव को मुखाग्नि भी दी। फिर आराम से घर में रहने लगा, पकड़े जाने का उसे डर भी नहीं था। इसबीच पुलिस की जांच में उसकी संलिप्तता मिली। इसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया। पकड़े जाने के बाद पूछताछ में बोला कि चाचा लगातार जमीन बेचे जा रहे थे। जब बाइक और मोबाइल खरीदने के लिए बोला तो नहीं खरीद रहे थे। इस वजह से साजिश कर हत्या कर दी।
पूरे मामले का एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने प्रेस कांफ्रेंस कर खुलासा किया। पकड़ा गया अपराधी मृतक तेतरू पाहन और लखिया देवी का भतीजा सुमित मुंडा है। वह कांके थाना क्षेत्र के कोंगे गांव का रहने वाला है। घटना से पहले 25 फरवरी को उसने खूब शराब पी। इसके बाद रात के 11:30 बजे चाचा के घर पहुंचा और दोनों की हत्या कर दी। तेतरू पाहन और लखिया की कोई संतान नहीं थी। इसलिए सुमित ने इनका दाह संस्कार किया और उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान वह बार-बार पुलिस से उलझ रहा था और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहा था। यहां तक कि जब विपक्ष के नेता पीडि़त परिवार से मिलने के लिए गए थे तभी वह लगातार पुलिस के खिलाफ बयानबाजी कर रहा था।
पहले चाची को मार डाला, फिर चाचा का गर्दन रेता : तेतरू के घर का दरवाजा अंदर से बंद नहीं होता था। इसका फायदा उठाते हुए सुमित वहां पहुंचा और धक्का देकर दरवाजा खोल दिया। दरवाजा खुलते ही लखिया देवी उठी। उसे उठा हुआ देखकर पहले गला रेतकर हत्या कर दी। फिर सोते हुए हालत में ही चाचा तेतरू को मार डाला। इसके बाद आराम से चलता बना। उसे किसी ने नहीं देखा। घर लौटने के बाद अपने खून लगे कपड़ों को जला दिया। जबकि घटना में प्रयुक्त भुजाली को अपने घर के पीछे स्थित झाड़ी में छुपा दिया था।
26 फरवरी को बरामद की गई थी लाश : बीते 26 फरवरी को कांके रोड तितली टोली में एक बंद कमरे में दंपती की लाश बरामद की गई थी। उस समय हथियार बरामद नहीं हुआ था।
20 एकड़ जमीन है हत्या की वजह : पुलिस को पहले ही दिन यह अंदेशा हो गया था कि इस हत्याकांड को किसी परिचित ने ही अंजाम दिया है। उसके पीछे संपती का विवाद हो सकता है। तेतरू पाहन के हिस्से लगभग 20 एकड़ जमीन थी। सुमित की नजर उस पर भी थी। हत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी पुलिस को कुछ स्थानीय लोगों के द्वारा सूचना मिली कि सुमित अक्सर अपने चाचा चाची को जान से मारने की धमकी दिया करता था। वह उनसे उनकी जमीन अपने नाम करवाना चाहता था। साथ ही समय-समय पर मोबाइल और नई बाइक खरीदने को लेकर धमकी भी देता था। रांची पुलिस ने जब मामले की तफ्तीश शुरू की और टेक्निकल सेल के साथ-साथ एफएसएल के द्वारा लिए गए नमूने का मिलान करवाया गया तो शक की हर सुई सुमित की तरफ ही इशारा करती नजर आई। इसके बाद गोंदा थाना प्रभारी अवधेश ठाकुर ने अपनी टीम के साथ सुमित को धर दबोचा और जब कड़ाई से उससे पूछताछ की गई तो उसने अपने ही चाचा चाची की हत्या की बात स्वीकार कर ली।
छापेमारी टीम में ये थे शामिल : डीएसपी प्रभात रंजन बरवार, गोंदा थानेदार अवधेश ठाकुर, कांके थानेदार विनय कुमार ङ्क्षसह, सबइंस्पेक्टर दीपक कुमार, रंजीत कुमार, मनोज कुमार, अविनाश हेंब्रू, एएसआई दीनबंधु दुबे आदि छापेमारी में शामिल रहे।