सड़क पर उतरे नगर आयुक्त, नालों व नालियों की सफाई का किया निरीक्षण
नगर विकास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे के निर्देश के बाद राची नगर निगम कर्मी सचेत हैं।
जागरण संवाददाता, राची : नगर विकास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे के निर्देश के बाद राची नगर निगम के अधिकारी से लेकर सुपरवाइजर तक मानसून की बारिश शुरू होने से पूर्व बड़े नालों व छोटी नालियों की सफाई के प्रति सजग हो गए हैं। मंगलवार को नगर आयुक्त मनोज कुमार भी सड़क पर उतरकर नालों व नालियों की सफाई का निरीक्षण करते नजर आए। सबसे पहले उन्होंने चडरी तालाब व शारदा बाबू लेन में नन्हे कदम स्कूल के समीप नालियों की सफाई का जायजा लिया। फिर सेंटेविटा के पीछे वाली गली से ईस्ट जेल रोड में बारिश के दिनों में होने वाले जलजमाव स्थल पर पहुंच गए। उनके साथ गए अधिकारी भी हैरत पड़ में गए कि साहब को राची की एक-एक गली की जानकारी है। इसके बाद नगर आयुक्त सीधे डिस्टिलरी तालाब के समीप कराए जा रहे नाला की सफाई देखने पहुंच गए। मौके पर उन्होंने वार्ड सुपरवाइजर से पूछा कि संबंधित नाली का पानी कहा जाता है। उन्होंने सुपरवाइजर को निर्देश दिया कि बारिश शुरू होते ही जलजमाव वाले स्थलों पर मोटर पंप से पानी खींचने की व्यवस्था रखें, ताकि जलजमाव की स्थिति उत्पन्न न हो। वहीं उन्होंने कहा कि नालियों के उपर अतिक्रमण करने वालों पर इंफोर्समेंट टीम कार्रवाई करे। इधर, 53 वार्डो में सफाई कार्यो का मॉनिटरिंग कर रहे उप नगर आयुक्त शकर यादव ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में 90 फीसद नालों व नालियों की सफाई कराई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में सिस्टमेटिक इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। कई जगहों पर नालियों का स्लोप ऊपर-नीचे है, जिसके कारण अत्यधिक बारिश की स्थिति में पानी का तेजी से बहाव नहीं हो पाता। कुछ जगहों पर ऐसी स्थिति है कि जिस जगह पर नाली का निर्माण कराया गया है, वहा पर पाच सौ मीटर की दूरी तक मकान-ही मकान बने हए हैं। इस कारण उस जगह पर नाली की सफाई कराने में परेशानी हो रही है। उन्होंने राचीवासियों से अपील करते हुए कहा कि घरों से निकलने वाले कचरा को सीधे नालों या नालियों में न डालें, डो-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन वाले नगर निगम के वाहन में दें। इस अवसर पर नगर प्रबंधक रुपेश रंजन बिजेंद्र कुमार समेत इंफोर्समेंट टीम के अधिकारी उपस्थित थे।