पर्वतारोही मेघा परमार बोलीं- मानसिक बल, जिद और जुनून से किसी भी लक्ष्य को कर सकते हैं हासिल
सोशल मीडिया के वर्चुअल दोस्त वक्त आने पर सिर्फ प्रोफाइल फोटो बनकर रह जाते हैं। अगर आपके अंदर कोई बुराई है तो उसे अच्छाई में तब्दील करने की कोशिश करें। अपने आसपास छोटे-बड़े दोनों काम करने वालों का सम्मान करें।
रांची, जासं। सोशल मीडिया के वर्चुअल दोस्त वक्त आने पर सिर्फ प्रोफाइल फोटो बनकर रह जाते हैं। अगर आपके अंदर कोई बुराई है तो उसे अच्छाई में तब्दील करने की कोशिश करें। अपने आसपास छोटे-बड़े दोनों काम करने वालों का सम्मान करें। उक्त बातें पर्वतारोही मेघा परमार ने केन्द्रीय विद्यालय पतरातू के प्रात:कालीन सभा के दौरान बच्चों को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने बच्चों को अपने अबतक के सफर के बारे में बताया। उन्होंंने बच्चों को बताया कि मानसिक बल, जिद और जुनून के द्वारा किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। हम सभी को अपने अंदर की असीम शक्ति को जानने और पहचानने की जरुरत है। बच्चों के प्रश्नों के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारे माता–पिता हमारी आधारभूत जरूरतों को पूर्ण करने के लिए होते हैं।
हमें खुद के सपनों के लिए ख़ुद मेहनत करनी पड़ेगी, मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। यह हमारे सारे रास्तों को खोलता है। इस कार्यक्रम में मेघा परमार का स्वागत प्राचार्य आर सी गोंड ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन आशीष कुमार सिंह( पी जी टी,रासयानशास्त्र) ने किया। इसके अलावा कार्यक्रम का संचालन मनोरंजन कुमार (टी जी टी,हिन्दी) ने किया। ऑनलाइन गूगल मीट के विभिन्न लिंकों से लगभग चार सौ बच्चों और सभी शिक्षकों ने इस कार्यक्रम को देखा और सुना।