बिना कोरोना जांच कराए हर दिन 12 हजार से अधिक यात्री रांची रेलवे स्टेशन से कर रहे आवागमन

रांची रेलवे स्टेशन से रोज लगभग 12 हजार 350 यात्री बिना कोरोना जांच कराए ही आवागमन कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर रोज लगभग 12 हजार 600 यात्रियों का आवागमन होता है। जिला प्रशासन सभी यात्रियों की जांच नहीं करा पा रहा है।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 12:01 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 12:01 PM (IST)
बिना कोरोना जांच कराए हर दिन 12 हजार से अधिक यात्री रांची रेलवे स्टेशन से कर रहे आवागमन
बिना कोरोना जांच कराए हर दिन 12 हजार से अधिक यात्री रांची रेलवे स्टेशन से कर रहे आवागमन। फाइल फोटो।

रांची, जासं । रांची रेलवे स्टेशन से रोज लगभग 12 हजार 350 यात्री बिना कोरोना जांच कराए ही आवागमन कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर रोज लगभग 12 हजार 600 यात्रियों का आवागमन होता है। जिला प्रशासन सभी यात्रियों की जांच नहीं करा पा रहा है। यही नहीं, कुछ दिन पहले जिला प्रशासन ने एक स्टेशन पर जांच कर रही एक टीम को ही हटा दिया है। अब एक ही टीम स्टेशन पर कोरोना जांच कर रही है। प्रतिदिन इन दिनों अधिकतम 250 यात्रियों की ही जांच हो रही है। रांची रेलवे स्टेशन पर 150 से लेकर 250 तक यात्रियों की ही जांच हो पा रही है। बाकी यात्री बिना जांच के ही आवागमन कर रहे हैं। ये लोग जहां भी जा रहे हैं वहां काेरोना फैला रहे हैं।

रांची रेलवे स्टेशन पर 42 जोड़ी ट्रेनों का आवागमन है। रेलवे स्टेशन के अधिकारियों का कहना है कि उनके पास अभी ये आंकड़ा उपलब्ध नहीं है कि किस दिन कितने लोगों ने रांची रेलवे स्टेशन से आवागमन किया। मगर, अधिकारियों ने बताया कि रांची रेलवे स्टेशन से रोज 24 जोड़ी ट्रेनें चल रही हैं। एक ट्रेन में कम से कम 300 यात्री अभी आवागमन कर रहे हैं। इसके अलावा, स्पेशल ट्रेन से आए यात्री भी शामिल हैं।

19 फरवरी से शुरू हुआ है जांच का सिलसिला

रांची रेलवे स्टेशन पर कोरोना जांच का सिलसिला 19 फरवरी से शुरू हुआ है। पहले मुंबई समेत दक्षिण भारत से आने वाली ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों की जांच करने की बात थी। मगर, यहां लगी कोरोना जांच की टीम ये जांच भी नहीं कर पा रही थी। दक्षिण भारत से आने वाली ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों में से आधे की ही जांच हो पाती थी।

16 अप्रैल से एक शिफ्ट में हो रही जांच

19 फरवरी से 15 अप्रैल तक रांची रेलवे स्टेशन पर दो शिफ्ट में जांच हो रही थी। सुबह सात बजे से दोपहर बाद एक बजे तक एक टीम जांच करती थी। दूसरी शिफ्ट में दोपहर बाद एक बजे से शाम पांच बजे तक जांच होती थी। मगर, अब ऐसा नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे शिफ्ट की जांच टीम को हटा दिया है। अब रेलवे स्टेशन पर सुबह सात बजे से दोपहर बाद एक बजे तक ही जांच हो रही है। दोपहर बाद एक बजे से अगली सुबह सात बजे के बीच जितनी भी ट्रेनें आ रही हैं उनके यात्री बिना जांच के ही गुजर जाते हैं।

स्वास्थ्य टीम को रोज मिलती है 250 किट

स्वास्थ्य टीम को रोज 250 किट मिलती है। ये टीम कभी 150 यात्रियों की जांच करती है तो कभी ये आंकड़ा 250 तक पहुंच जाता है। पहले यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाता था। अभी एंटीजेन टेस्ट ज्यादा हो रहा है।

जांच में बरती जा रही लापरवाही

रेलवे स्टेशन पर उन्हीं यात्रियों की जांच की जाती है जो खुद से अपनी जांच कराना चाहते हैं। जांच टीम का काउंटर वहां लगा है जहां से यात्री रेलवे स्टेशन पर प्रवेश करते हैं। जिस गेट से यात्री बाहर निकलते हैं,उधर काउंटर नहीं लगा है। इस वजह से अधिकतर बाहर निकलने वाले लोगों की जांच नहीं हो पाती है।

कोरोना पाजिटिव मरीज करते हैं आटो व ट्रेन में सफर

यात्रियों की जांच के बाद रिपोर्ट बाद में आती है। अगर आरटीपीसीआर टेस्ट होता है तो इसकी जांच रिपोर्ट एक दिन बाद आती है। यात्री के मोबाइल पर बता दिया जाता है कि वो कोरोना पाजिटिव है। जबकि, एंटीजन टेस्ट के बाद भी यात्रियों को जाने दिया जाता है। आधे घंटे बाद जब रिपोर्ट आती है तो पता चलता है कि यात्री कोरोन पाजिटिव है। उसके मोबाइल पर जांच रिपोर्ट भेज दी जाती है। अब ये मरीज रांची में आटो में सफर कर कइयों को संक्रमित कर देते हैं। दूसरी जगह जा रहे हैं तो भी ट्रेन में सवार लोगों को संक्रमित कर देते हैं।

रेलवे स्टेशनों पर सभी यात्रियों की जांच नहीं करा पा रहा जिला प्रशासन, एक जांच टीम भी हटाई

रांची रेलवे स्टेशन

20 अप्रैल को 250 लोगों की हुई जांच, 12 मिले पाजिटिव

19 अप्रैल को 245 लोगों की हुई जांच, 11 मिले पाजिटिव

18 अप्रैल को 198 लोगों की हुई जांच, 13 मिले पाजिटिव

17 अप्रैल को 168 लोगों की हुई जांच, 12 मिले पाजिटिव

16 अप्रैल को 210 लोगों की हुई जांच, आठ मिले पाजिटिव

रांची रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन आवागमन करते हैं लगभग 12600 हजार यात्री

स्पेशल ट्रेन से आए यात्री

11 अप्रैल को रांची स्टेशन आए 32 यात्री, सबकी हुई जांच, सब मिले निगेटिव

15 अप्रैल को हटिया स्टेशन आए 1375 यात्री, 250 की जांच में 41 मिले पाजिटिव

16 अप्रैल को हटिया स्टेशन पर आए 3400 यात्री, 25 की हुई जांच में नौ मिले पाजिटिव

17 अप्रैल को हटिया स्टेशन आए 151 यात्री, किसी की नहीं हुई जांच

19 अप्रैल को हटिया स्टेशन पर आए 1650 यात्री, 300 की जांच में 20 मिले पाजिटिव

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