झारखंड में डाक्टरों की जरूरत अधिक, सरकार हर पहलू पर ले निर्णय : डा जयालाल

राज्य के दो मेडिकल कॉलेज हजारीबाग और पलामू में शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों का नामांकन नहीं हो पा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 08:15 AM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 08:15 AM (IST)
झारखंड में डाक्टरों की जरूरत अधिक, सरकार हर पहलू पर ले निर्णय : डा जयालाल
झारखंड में डाक्टरों की जरूरत अधिक, सरकार हर पहलू पर ले निर्णय : डा जयालाल

जासं, रांची : रांची दौरे पर आए आइएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा जेए जयालाल ने मंगलवार को आइएमए भवन में राज्य सरकार से कई मुद्दों पर काम करने की अपील की है ताकि यहां के डाक्टरों, अस्पतालों व आम लोगों को सहूलियत मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि सबसे पहले मेडिकल प्रोटेक्टशन एक्ट लागू हो, अभी तक देश के 23 राज्यों में यह लागू हो चुका है। लेकिन यहां लागू नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि इस बार स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया है कि वे जल्द इस एक्ट को लागू करेंगे, कैबिनेट में पास हो गया है, अब बस इसको विधानसभा से पास कराना है, जिसको अगले सत्र में रखा जायेगा। डा जयालाल ने बताया कि इससे कई सुविधाएं आम जनता को मिलेंगी, उन्हें अस्पताल की ओर से हर जानकारी मुहैया करायी जाएगी जो उनके मरीज के स्वास्थ्य से जुड़ा हो। साथ ही एक दायरे में रहकर परिजन भी नियमों का पालन करेंगे। उन्होंने क्लिनिकल स्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन कर लागू करने की भी सरकार से मांग की है। झारखंड जैसे पिछड़े राज्य में डाक्टरों की जरूरत अधिक : डा जयालाल ने कहा कि झारखंड ट्राइबल और पिछड़ा हुआ राज्य है, जहां डाक्टरों की ज्यादा जरूरत है। जबकि यहां हर जिले में मरीजों के अनुपात डाक्टरों की काफी कमी है। राज्य के दो मेडिकल कॉलेज हजारीबाग और पलामू में शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों का नामांकन नहीं हो पा रहा है। नेशनल आइएमए की प्राथमिकता में राज्य के दोनों मेडिकल कालेज में नामांकन शुरू कराना है। दिल्ली जाकर वह एनएमसी और स्वास्थ्य मंत्रालय में जाकर इस संबंध में बातचीत करेंगे। इससे एक दिन पहले राष्ट्रीय आइएमए के इलेक्ट अध्यक्ष ने भी इस मामले पर राज्य सरकार की इच्छा शक्ति की कमी बतायी थी। जयालाल ने कहा कि राज्य में कोरोना काल में 61 डाक्टरों की मौत हो गयी। लेकिन अभी तक उन्हें मुआवजा नहीं मिल रहा है, जबकि सरकार को चाहिए कि वे सभी सरकारी व निजी डाक्टरों को लाभ दें, सम्मान दें। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री से इस मामले पर बात हुई है, कोरोना काल में झारखंड के डाक्टरों ने बेहतर काम किया है, जिसकी जितनी प्रशंसा की जाये वह कम है। इस मौके पर डा अजय कुमार सिंह, डा प्रदीप सिंह, डा विमलेश सिंह, डा शंभू प्रसाद, डा आरएस दास, डा अजीत सिंह अन्य आइएमए के सदस्य मौजूद थे।

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