नाबालिग को फोन कर बुलाया और सुनसान जगह ले जाकर किया दुष्कर्म Ranchi News

Ranchi Samachar Jharkhand Crime News घटना का आरोपित फरार है। आज पीड़िता का बयान दर्ज होगा। आरोपित प्रदीप पेशे से चालक है। बताया गया कि दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं। पुलिस उसे तलाश रही है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 10:18 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 10:21 AM (IST)
नाबालिग को फोन कर बुलाया और सुनसान जगह ले जाकर किया दुष्कर्म Ranchi News
Ranchi Samachar, Jharkhand Crime News घटना का आरोपित फरार है।

रांची/तुपुदाना, जासं। रांची में नाबालिगों से दुष्कर्म का मामला नहीं थम रहा है। एक के बाद एक लगातार मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच नामकुम थाने के खरसीदाग ओपी इलाके के एक गांव में 15 साल की नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। लड़की को आरोपित उसके घर से फोन कर बुलाया और उसे एक सुनसान जगह पर ले गया। यहां उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। घटना के बाद पीड़िता घर लौटी और इसकी जानकारी परिजनों को दी।

इसके बाद खरसीदाग ओपी में एफआइआर दर्ज कराई गई है। घटना के बाद आरोपित प्रदीप सिंह फरार हो गया है। आरोपित प्रदीप पेशे से चालक है। जानकारी के अनुसार आरोपित जिस गांव का रहने वाला है, उसी गांव में पीड़िता रहती है। पीड़िता से पूर्व परिचित होने का फायदा उठाकर आरोपी ने उसे फोन कर बुलाया। इसके बाद एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।

गांव में पहले हुई समझौते की कोशिश

दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद इस मामले को पहले गांव में ही सुलझाने की कोशिश की गई। हालांकि पीड़िता के परिजन नहीं माने। इसके बाद एफआइआर दर्ज कराई गई। दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी है। लेकिन फिलहाल वह फरार हो गया है। इधर पुलिस ने पीड़िता को सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत किया और उसका बयान दर्ज करवाया है। कोर्ट में मामले में 164 का बयान दर्ज करवाया जाएगा।

पॉक्सो के मामले

2016 : 53

2017 : 130

2018 : 113

2019 : 68

2020 : 120

2021 : 19  (जनवरी से जून)

नहीं थमा रही नाबालिगों से दुष्कर्म की घटनाएं

दुष्कर्म की वारदात 18 वर्ष से ऊपर की लड़कियों से कहीं ज्यादा नाबालिग बच्चियों के साथ हाे रही है। पॉक्सो के आंकड़ों पर गौर करें तो मामले हर साल बढ़ते जा रहे हैं। पॉक्सो के मामले वर्ष 2016 में 33 दर्ज हुए, जो 2021 तक बढ़कर 120 तक पहुंच गए हैं। हालांकि इन आंकड़ों में महत्वपूर्ण बात यह भी है कि कई मामले जागरुकता और जानकारी के अभाव में पुलिस और सक्षम स्तर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इन दिनों सीडब्‍ल्यूसी रांची की सक्रियता से मामले सामने आ रहे हैं। उनपर कठोर कार्रवाई भी हो रही है।

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