इस लड़की ने अपने माता-पिता से ही कर दी बगावत, घर छोड़ अब आश्रम में रहेगी...

Child Marriage झारखंड के गुमला में बाल विवाह के खिलाफ मुखर हुई नाबालिग छात्रा ने अपने माता-पिता को छोड़कर ज्ञानाश्रय में रहने का फैसला किया है। शादी से इन्‍कार कर घर से भागने के बाद किशोरी को बाल कल्याण समिति ने अपने संरक्षण में ले लिया।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 12:49 AM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 01:44 AM (IST)
इस लड़की ने अपने माता-पिता से ही कर दी बगावत, घर छोड़ अब आश्रम में रहेगी...
Child Marriage गुमला की एक बेटी ने बाल विवाह के खिलाफ अपने माता-पिता से बगावत कर दी है।

गुमला, जासं। Child Marriage गुमला की एक बेटी ने बाल विवाह के खिलाफ अपने माता-पिता से बगावत कर दी है। चाइल्ड लाइन के सहयोग से वह शुक्रवार को बाल कल्याण समिति पहुंची। किशोरी को बाल कल्याण समिति ने अपने संरक्षण में ले लिया है। अब वह माता-पिता के साथ नहीं, बल्कि गुमला ज्ञानाश्रय में रहेगी। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नौंवी कक्षा की 15 वर्षीय छात्रा की उसके माता-पिता ने शादी तय कर दी थी।

शादी के लिए सात फरवरी को छेका रस्म की तिथि भी तय थी। किशोरी ने बताया कि वह पढ़ाई करना चाहती है। पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बनना चाहती है, लेेकिन माता-पिता पर कोई असर नहीं हुआ। वह कम उम्र का हवाला देकर शादी के लिए इन्कार करती रही। अपने माता-पिता को समझाने की उसने पूरी कोशिश की, लेकिन परिवार ने छेका रस्म की तिथि तय कर दी। तब उसने चाइल्ड लाइन का सहारा लिया।

चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधि भी उसके घर जाकर उसके माता-पिता को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई असर नहीं पड़ा। किशोरी के पिता राज मिस्त्री हैं और मां सहिया। इसके बावजूद नाबालिग बेटी की शादी तय कर दी। किशोरी ने सृजन फाउंडेशन चाइल्ड लाइन की अल्पना मिंज के साथ गुमला बाल कल्याण समिति पहुंची। अब किशोरी बाल कल्याण समिति के संरक्षण में है।

बाल कल्याण समिति की सदस्य सुषमा ने कहा कि बाल विवाह अपराध है। बच्ची ने बाल विवाह के खिलाफ हिम्मत जुटाई और पढ़ाई के लिए माता-पिता और घर का भी त्याग किया है। यह किशोरी बाल कल्याण समिति में ही रहेगी और पढ़ाई के लिए कस्तूरबा विद्यालय जाएगी।

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