नाबालिग लड़की के साथ युवक कर रहा था गंदा काम... ढूंढ़ते फिर रही पुलिस

Ranchi Jharkhand Crime News पीड़िता ने बताया है कि पिछले चार-पांच महीने पहले सीता स्वांसी के छोटे बेटे ने छेड़छाड़ की। इस तरह वह हमेशा छेड़छाड़ करता था। इस बीच सीता के बेटे को थप्पड़ मार कर वह घर से निकल गई और कुछ लोगों सहयोग से प्रेमाश्रय पहुंच गई।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 06:55 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 05:52 PM (IST)
नाबालिग लड़की के साथ युवक कर रहा था गंदा काम... ढूंढ़ते फिर रही पुलिस
Ranchi, Jharkhand Crime News: नाबालिग लड़की के साथ युवक कर रहा था गंदा काम...।

रांची, जासं। Ranchi, Jharkhand Crime News मानव तस्करी के खिलाफ काम करने वाली एक्टिविस्ट व दिया सेवा संस्थान की सचिव सीता स्वांसी और उनके छोटे बेटे पर बरियातू थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। 13 साल के एक बच्ची के बयान पर बरियातू थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें बताया गया है कि पढ़ाई लिखाई के नाम पर बच्ची को दिया सेवा संस्थान के हॉस्टल में रखा गया था।

बच्ची के दो भाई को भी उसी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई लिखाई के नाम पर लोहरदगा से ला कर रखा गया था। लेकिन उस बच्ची को घरेलू काम में भी लगाकर रखा गया था। बताया है कि हॉस्टल में रहकर पढ़ाई लिखाई के नाम पर उसके माता-पिता सीता स्वांसी की संस्थान दिया सेवा संस्था में रखकर गुजरात चले गए।

बच्ची ने बताया कि संस्था में रहने के दौरान कभी कभी स्टाफ के द्वारा पढ़ाई कराया जाता था। लेकिन ज्यादातर घरेलू काम जैसे किचन की साफ सफाई, बर्तन धोना, खाना बनाना सहित अन्य काम में लगा रखा था। इसके बावजूद दोपहर में भरपेट खाना नहीं मिलता था। हमेशा प्रताड़ित किया जाता था। 

चार-पांच महीने से बेटा कर रहा था छेड़छाड़

पीड़िता ने बताया है कि पिछले चार-पांच महीने पहले सीता स्वांसी के छोटे बेटे ने छेड़छाड़ की। इस तरह वह हमेशा छेड़छाड़ करता था। इस बीच सीता के बेटे को थप्पड़ मार कर वह घर से निकल गई और कुछ लोगों सहयोग से प्रेमाश्रय पहुंच गई। प्रेम आश्रय में ही बच्ची का बयान दर्ज हुआ। बच्ची ने कहा है कि वह अब दीया सेवा संस्थान नहीं जाना चाहती है। पुलिस ने बच्ची के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

मुझे और मेरे बेटे को फंसाने के लिए रची गई साजिश : सीता स्वांसी

दीया सेवा संस्थान की संचालिका सीता स्वांसी ने शनिवार को कहा कि संस्था का संचालन आइसीपीएस के निर्देशानुसार चल रहा है। ओपेन शेल्टर होम का समय-समय पर सीडब्लूसी द्वारा निरीक्षण किया जाता है। यहां बच्चियों के साथ किसी तरह से प्रताड़ित नहीं किया जाता है। बिना किसी सरकारी सहायता के अपने खर्चे पर संस्था चला रही हूं। साजिश के तहत मुझे और मेरे बेटे को फंसाने का काम किया जा रहा है। बता दें कि शुक्रवार को सीता स्वांसी और उसके छोटे बेटे के खिलाफ शेल्टर होम की एक 13 वर्षीय बच्ची ने छेड़छाड़ और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। इस मामले में बरियातू थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गई है।

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