कोरोना को भूल गया अस्पताल: गढ़वा में फर्श पर प्रसूता का चल रहा इलाज, पूछने पर बोलीं उपाधीक्षक- मरम्मत कार्य के कारण ऐसी स्थिति

कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। एक ओर जहां राज्य सरकार कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए इसकी तैयारी में जुटी हुई है। वहीं इन सब के बीच झारखंड के गढ़वा जिले के सदर अस्पताल से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 09:11 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 02:54 PM (IST)
कोरोना को भूल गया अस्पताल: गढ़वा में फर्श पर प्रसूता का चल रहा इलाज, पूछने पर बोलीं उपाधीक्षक- मरम्मत कार्य के कारण ऐसी स्थिति
कोरोना को भूल गया अस्पताल: चतरा में फर्श पर प्रसूता का चल रहा इलाज। जागरण

गढ़वा, संस। कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। एक ओर जहां राज्य सरकार कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए इसकी तैयारी में जुटी हुई है। वहीं, इन सब के बीच झारखंड के गढ़वा जिले के सदर अस्पताल से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है। जो लापरवाही की पराकाष्ठा है। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच गढ़वा सदर अस्पताल में नव प्रसूता का इलाज फर्श में किया जा रहा है। प्रबंधन इंफेक्शन का खतरा भूलकर खतरे को आमंत्रण दे रहा है।

यह अव्यवस्था आलम मरम्मत कार्य के नाम पर है। इससे मरीज व उनके स्वजन परेशान हैं। स्थिति यह हो गई है कि नवप्रसूता को भी खुले बरामदे में फर्श पर रखा जा रहा है। इससे जच्चा-बच्चा को कई तरह के संक्रमण का खतरा है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन इससे बेफिक्र है। वहीं अस्पताल में आनेवाले मरीज व उनके स्वजन अस्पताल की कुव्यवस्था में ही रहने को विवश हैं। बताते चलें कि सदर अस्पताल के नए भवन में इन दिनों मरम्मत कार्य कराया जा रहा है। इसे लेकर प्रथम तल्ले पर अवस्थित प्रसव कक्ष के सभी कमरे से बेड निकाल दिया गया है। जबकि नवप्रसूता को रखने के लिए बरामदे में सिर्फ तीन बेड रखे गए हैं।

तीन से अधिक प्रसूता के आने पर उन्हें बरामदे में फर्श पर रखा जाता है। खुरी, चिनिया की पिंकी देवी को सोमवार की सुबह 9:30 बजे डिलीवरी हुआ है। उन्हें बरामदे में फर्श पर रखा गया है। जबकि हुलहुला खुर्द की अनीता देवी का बच्चा स्पेशल न्यू बोर्न चाइल्ड केयर यूनिट में भर्ती है। उन्हें सिजेरियन कर प्रसव कराया गया है। उन्हें भी फर्श पर ही रखा गया है। इसी तरह कई अन्य नव प्रसूता भी फर्श पर ही रखी गई है। चिकित्सकों की माने तो जच्चा बच्चा को फर्श पर रखना इंफेक्शन संक्रमण को आमंत्रण देना है।

अस्पताल में चल रहे मरम्मत कार्य के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। मरम्मत कार्य पूर्ण होने पर ही वार्ड में नव प्रसूता को रखने की व्यवस्था हो सकेगी। -डॉ संध्या टोपनो, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, गढ़वा।

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