मारवाड़ी काॅलेज के विद्यार्थी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का करेंगे समाधान, DIAL करें 104
Marwari College Ranchi Jharkhand News कॉलेज के प्राचार्य डाॅ. यूसी मेहता व प्रोफेसर इंचार्ज डाॅ. जीपी वर्मा ने सभी को बधाई दी। कहा सभी 19 मई को ज्वाइन कर लेंगे। मेडिकल हेल्पलाइन 104 पर कॉल करने पर कई सुविधाएं प्राप्त होंगी।
रांची, जासं। कोरोना काल में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को देखते हुए पीरामल स्वास्थ्य ने मारवाड़ी काॅलेज से 9 और छात्र-छात्राओं का कैंपस प्लेसमेंट किया है। इससे पहले बीते तीन मई को 13 और 25 अप्रैल को 16 छात्रों का चयन हुआ था जो ज्वाइन भी कर लिए हैं। सभी चयनित छात्र-छात्राएं हेल्थ एडवाजर के पद पर कार्य करेंगे। ये झारखंड सरकार की मेडिकल हेल्पलाइन-104 पर कार्य करेंगे। इस हेल्पलाइन नंबर पर मरीजों का कॉल आता है। ये हेल्थ एडवाइजर उन्हें प्राथमिक उपचार बताएंगे। आगे जरूरत पड़ने पर हेल्थ एडवाइजर इसे डाॅक्टर को ट्रांसफर कर देंगे।
डाॅक्टर जो दवाई लिखेंगे, उस पर्ची को हेल्थ एडवाइजर संबंधित मरीज को बताएंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि सस्ती दवा नजदीक में कहां मिलेगी। कॉलेज के प्राचार्य डाॅ. यूसी मेहता व प्रोफेसर इंचार्ज डाॅ. जीपी वर्मा ने सभी को बधाई दी है। कहा कि सभी 19 मई को ज्वाइन कर लेंगे। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष भी कोरोना काल के समय हमारे विद्यार्थी स्वास्थ्यकर्मी के तौर पर लोगों की सेवा करने से पीछे नहीं हटे थे। प्लेसमेंट को-आर्डिनेटर अनुभव चक्रवर्ती ने कहा कि कैंपस प्लेसमेंट में 110 विद्यार्थियों ने भाग लिया था। इसमें 9 का चयन हुआ।
इनका हुआ है चयन
आनंद कुमार, तनवीर हुसैन, अंशु कुमारी प्रसाद, प्रिया कुमारी, मो. महफूज खान, श्वेता मिश्रा, राहुल कुमार, फरहान अफरोज व अंशु रानी। ये सभी विद्यार्थी बायोटेक्नोलाजी, सीएनडी, जूलाॅजी एवं बॉटनी विभाग के हैं।
104 पर काॅल करने पर मिलेगी यह सुविधा
-मानसिक स्वास्थ्य परामर्श
-बाल विवाह से संबंधित शिकायत
-फोन पर अनुभवी चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा सलाह
-हेल्थ एडवाइजरी ऑफिसर द्वारा मेडिकल एडवाइस, हेल्थ डायरेक्टरी इंफोर्मेशन व शिकायत निवारण
-वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को डाॅक्टर द्वारा सलाह देना एवं उचित उपचार की जानकारी प्राप्त करना।
-होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों तक आइसोलेशन किट उपलब्ध करवाना ।
-वैक्सीन संबंधी जानकारी और वैक्सीन लेने के बाद किसी तरह की समस्या होने पर निराकरण
-राज्य के सभी जिले के कंट्रोल रूम की जानकारी देना।
-यदि किसी जिले में मरीज को बेड नहीं मिल रहा है तो दूसरे जिले में बेड उपलब्ध करवाना।
-ऑनलाइन व्हाट्सएप चैट बॉक्स द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों से जुड़ना एवं जानकारी साझा करना।