सावन की खरीदारी से बाजार गुलजार

बाजार पर अब धीरे-धीरे लॉकडाउन का असर कम होने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 01:46 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 06:11 AM (IST)
सावन की खरीदारी से बाजार गुलजार
सावन की खरीदारी से बाजार गुलजार

जागरण संवाददाता, रांची : बाजार पर अब धीरे-धीरे लॉकडाउन का असर कम होने लगा है। लोग धीरे-धीरे घरों से निकलकर अपनी जरूरतों का सामान लेने के लिए बाजार पहुंच रहे हैं। सावन को देखते हुए रांची के बाजार में खास तैयारी की गई है। कपड़ों का नया स्टॉक थोक वस्त्र विक्रेताओं ने मंगा लिया है। बाजार में दो-चार दिन में खरीदारी में तेजी आने की उम्मीद है, जिसके बाद आगामी तीज पर्व तक कम से कम सिर्फ अपर बाजार में 15 करोड़ के आसपास का कारोबार होने की उम्मीद है। शहर में मेन रोड, सैनिक मार्केट और जीईएल चर्च कांप्लेक्स में भी व्यवसायियों ने खास तैयारी कर रखी है। खुदरा वस्त्र विक्रेता भी थोक बाजार में अपनी गाड़ी से पहुंच के माल उठा रहे हैं।

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साड़ी का आया है स्पेशल कलेक्शन

बाजार में सावन महीने को लेकर साड़ी भी मंगाई गई है, जो प्लेन, प्रिटेड, कॉटन और सिथेटिक रेंज में उपलब्ध हैं। अपर बाजार के सुशीला मार्केट के थोक कपड़ा व्यापारी प्रमोद सारस्वत बताते हैं कि इस साल देवघर यात्रा और मंदिरों में जलाभिषेक की मनाही के बाद गेरूआ कपड़ों की मांग कम है। मगर साड़ियों की बिक्री में तेजी आई है। उन्होंने बताया कि अगस्त महीने में राखी का त्योहार होगा। उसे लेकर भी स्टॉक मंगाकर रखा गया है। राखी के लिए लड़कियों के लिए सलवार सूट और कुर्ती का स्पेशल कलेक्शन मंगवाया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले साल से बहनों को गिफ्ट में कपड़ा देने का ट्रेंड बढ़ा है। लोग अपनी बड़ी बहन को साड़ी उपहार में दे रहे हैं। अपर बाजार के वस्त्र विक्रम खेतावत बताते हैं कि सावन में हरे रंग की साड़ी की ज्यादा मांग रहती है। फिलहाल उनके पास हरे रंग की साड़ी का स्पेशल कलेक्शन उपलब्ध है। सबसे खास बात है कि अभी से लेकर तीज तक काले रंग के कपड़ों की मांग नहीं रहती है। सावन की हरी साड़ी के कलेक्शन 350 रुपये से 1500 रुपये तक बाजार में उपलब्ध है। इसके साथ ही सिल्क और जॉरजेट की हरी साड़ियों की विस्तृत रेंज भी उपलब्ध है।

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हरी चूड़ी और मेहंदी की बढ़ी मांग

अपर बाजार का रंगरेज गली पूरी तरह से सावन के रंग में रंगा हुआ दिख रहा है। बाजार में हरे रंग की चूड़ी, बिदी और साड़ी से मैचिग क्लचर और एसेसरीज की मांग काफी ज्यादा है। चुड़ियों के साथ लहठी, पोला, चुड़ा और ग्रीन सेड मिक्स मल्टी कलर मेटल बैंगल का नया क्लेक्शन बाजार में है। बाजार में कई जगह मेहंदी की दुकान भी लगी है। इसके साथ ही कुछ दुकानदार पत्ते वाली मेहंदी पीसकर भी दे रहे हैं। इसके साथ ही रंगरेज गली में हरे रंग की सेड का दूप्पटा और छोटे पर्स का मैचिग कलेक्शन भी है।

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दान-पुण्य के लिए भी होगी खरीदारी

कई श्रद्धालु सावन के महीने में दान-पुण्य का भी काम करते हैं। वह दान-पुण्य में साड़ी, धोती, गमछा और कुर्ते के कपड़े की खरीदारी करते हैं। इसके लिए ज्यादातर लोग गेरूआ धोती खरीदते हैं। इसे बोलचाल में बोलबम कहकर पुकारा जाता है। ऊं नम: शिवाय लिखे गमछे की विशेष डिमांड होती है। इस साल लोग घरों में पूजा करने के लिए भी सारे इंतजाम कर रहे हैं। कई लोग शिव लिग की भी खरीदारी कर रहे हैं। बाजार में मार्बल से लेकर क्रिस्टल तक के कई प्रकार और साइज के शिव लिग है। इसके साथ ही शिव की फोटो और पोस्टर की भी काफी मांग रही। शिव लिग जहां 100 रुपये से लेकर 500 रुपये तक में उपलब्ध है, वहीं फोटो फ्रेम के साथ 30-200 रुपये तक में उपलब्ध है। वहीं शिव परिवार का पोस्टर 35 रुपये से 150 रुपये तक में उपलब्ध है।

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शिवभक्ति के नए गाने भी पहुंचे बाजार में::

बाजार में शिवभक्ति और गीतों के नए कलेक्शन बाजार में पहुंच गए हैं। इनकी मांग काफी ज्यादा है। इसमें भोजपुरी, नागपुरी और हिदी सभी प्रकार के गीतों की मांग है। शिवअमृत वाणी और पारंपरिक आरती के गीतों के अलावा भी कई गायकों ने अपने नये कलेक्शन बाजार में सीडी के रुप में उतार दिए हैं। पिछले साल के पसंद किए गए गानों की भी इस साल मांग है। हालांकि दुकानदार बता रहे हैं कि कोरोना के कारण पिछले साल से गानों के कम कलेक्शन बाजार में आए हैं। वहीं ज्यादातर लोग ऑनलाइन ही गाना सुनते हैं इसलिए सीडी की मांग में कमी है।

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