कोरोना के चलते रांची में जल संचय की कई योजनाएं ठप
रांची में जल संचय की कई योजनाएं शुरू होनी थीं। अब कोरोना के कारण ठप पड़ गई हैँ।
जागरण संवाददाता, रांची : रांची में जल संचय की कई योजनाएं शुरू होनी थीं। ग्रामीण इलाकों में 52 तालाब खोदने की योजना तैयार की गई थी। कोरोना की दूसरी लहर ने तालाब खोदाई का काम बंद कर दिया। माना जा रहा है कि अब कोरोना की ये लहर खत्म होने के बाद ही अधिकारी जल संचय की योजनाओं पर फोकस कर सकेंगे।
अधिकारियों का कहना है कि अगर कोरोना की ये दूसरी लहर जल्द खत्म नहीं हुई तो इस साल तालाब खोदाई का काम प्रभावित हो जाएगा। क्योंकि, जुलाई से बरसात शुरू हो जाएगी। बरसात में मनरेगा का काम बाधित हो जाता है। तब जल संचय की इन योजनाओं का काम बरसात के बाद ही शुरू हो सकेगा। इस तरह, इस साल जल संचय की योजनाओं का जिले को लाभ नहीं मिल पाएगा। अधिकारियों का कहना है कि अगर, ये योजनाएं इस साल बन कर तैयार हो जातीं तो इसमें अच्छा खासा बरसात का पानी जमा कर लिया जाता। अब प्रशासन कोरोना से निपटने में जुटा हुआ है। इसके बाद ही जल संचय की योजनाओं पर फोकस किया जाएगा।
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राजधानी के कई इलाकों में जल संकट
राजधानी के कई इलाकों में जल संकट है। लोग परेशान हैं। नगर निगम के टैंकर इन इलाकों में पानी लेकर पहुंच रहे हैं। तब जाकर लोगों की प्यास बुझ रही है। कई इलाके ऐसे भी हैं जहां पाइप लाइन बिछी हुई है मगर पानी नहीं आ रहा है। महीना भर पहले पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों ने किशोरगंज समेत अन्य इलाकों का दौरा कर बताया था कि जल्द ही पाइपलाइन को मेन पाइप से जोड़ दिया जाएगा। इसके बाद इनमें पानी आने लगेगा। मगर, अब तक पाइपलाइन को मेन पाइपलाइन से जोड़ने का काम नहीं हो पाया है। इस वजह से इस इलाके में अभी भी पानी के लिए हाहाकार है।