ओपीडी के बाद होने वाली बैठक में नहीं शामिल हो रहे कई चिकित्सक, निदेशक के निर्देशों की हो रही अवहेलना

रिम्स के नए निदेशक डा. कामेश्वर प्रसाद ने 15 नवंबर को पदभार ग्रहण करने के बाद 18 नवंबर को निर्देश जारी किया था कि चिकित्सा सेवा सुदढ़ करने के लिए हर दिन नियमित रूप से शाम पांच बजे चिकित्सकों की बैठक होगी।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 03:42 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 03:42 PM (IST)
ओपीडी के बाद होने वाली बैठक में नहीं शामिल हो रहे कई चिकित्सक, निदेशक के निर्देशों की हो रही अवहेलना
हर दिन नियमित रूप से चिकित्सकों की होनी थी बैठक

रांची(जागरण संवाददाता) । रिम्स के नए निदेशक डा. कामेश्वर प्रसाद ने 15 नवंबर को पदभार ग्रहण करने के बाद 18 नवंबर को निर्देश जारी किया था कि चिकित्सा सेवा सुदढ़ करने के लिए हर दिन नियमित रूप से शाम पांच बजे चिकित्सकों की बैठक होगी। इस बैठक में शामिल होने के लिए सभी चिकित्सक शाम पांच बजे तक हर हाल में अस्पताल में उपलब्ध रहेंगे और ओपीडी का संचालन भी ढंग से होगा। निर्देश जारी होने के महज सप्ताह भर बाद से ही इसमें कोताही शुरू हो चुकी है। कभी बैठक होती है तो कभी नहीं। बैठक जब होती भी है तो कई चिकित्सक इसमें शामिल ही नहीं होते।

सूत्रों के मुताबिक अब भी रिम्स के कई वरीय चिकित्सकों की प्राइवेट प्रैक्टिस धड़ल्ले से चल रही है। कार्डियोलाजी विभाग के एक बड़े चिकित्सक रिम्स में मरीज देखने के बाद अपने प्राइवेट क्लीनिक में रात के 3 बजे तक मरीज देखते मिलेंगे। इसके अलावा कुछ अन्य चिकित्सक शहर के दूसरे अस्पताल में भी मिल जाएंगे। नए निदेशक को अब इस पर कड़ाई करनी होगी। जब तक एक दो चिकित्सको पर कार्रवाई नहीं होगी, व्यवस्था में बदलाव नहीं आएगा।

क्यूं शुरू कराई गई है दैनिक बैठक

डा. कामेश्वर प्रसाद ने मरीज हित को ध्यान में रखते हुए इस बैठक शुरू कराई थी। बैठक के दौरान चिकित्सकों को अपने दैनिक कार्यों की समीक्षा करनी है। बैठक का टाइटल भी उन्होंने मरीज हित सर्वोपरि रखा था।

chat bot
आपका साथी