Tokyo Olympics: मनिका बत्रा का बेहतर प्रदर्शन झारखंड के खिलाड़ियों को करेगा प्रेरित, एकल स्‍पर्द्धा के दूसरे दौर में पहुंची

Tokyo Olympics Manika Batra झारखंड टेबल टेनिस संघ के महासचिव जय कुमार सिन्हा की मानें तो टोक्‍यो में खिलाड़यों का अच्छा प्रदर्शन स्‍थानीय खिला‍ड़‍ियों को प्रेरित तो करेगा लेकिन खेल को आगे ले जाने की जिम्मेवारी सरकार की है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 01:21 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 01:27 PM (IST)
Tokyo Olympics: मनिका बत्रा का बेहतर प्रदर्शन झारखंड के खिलाड़ियों को करेगा प्रेरित, एकल स्‍पर्द्धा के दूसरे दौर में पहुंची
Tokyo Olympics, Manika Batra मनिका बत्रा दूसरे दौर में पहुंच गई है।

रांची, खेल संवाददाता। टोक्यो ओलिंपिक में भारत की टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा का बेहतर प्रदर्शन झारखंड के टेबल टेनिस खिलाड़ियों को भी प्रेरित करेगा। मनिका ने महिला एकल के पहले दौर में ब्रिटेन की टिन टिन हो को 4-0 से पराजित कर अच्छी शुरुआत तो की है लेकिन उन्हें आगे के मैचों में अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा। मनिका भले ही टेबल टेनिस में पदक की प्रबल दावेदारों में शामिल नहीं है, लेकिन उनका अच्छा प्रदर्शन देश में युवाओं को अवश्य प्रेरित करेगा।

झारखंड टेबल टेनिस संघ के महासचिव जय कुमार सिन्हा की मानें तो टोक्‍यो में खिलाड़यों का अच्छा प्रदर्शन स्‍थानीय खिलाड़ि‍यों को प्रेरित तो करेगा लेकिन खेल को आगे ले जाने की जिम्मेवारी सरकार की है। टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों के प्रदर्शन से झारखंड में भी खिलाड़ी प्रेरित होंगे, लेकिन आधारभूत संरचना के अभाव में उनके खेल का विकास कैसे होगा। झारखंड के अधिकांश जिलों में टेबल टेनिस की आधारभूत संरचना नहीं है, ऐसे में खिलाड़ी आगे कैसे बढ़ेंगे।

बड़े-बड़े टूर्नामेंट से बच्चे खेल की ओर आकर्षित तो होंगे, लेकिन अपने सपने को अमली जामा पहनाने के लिए उन्हें भी सुविधाओं की आवश्यकता है। रांची, जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो को छोड़ दिया जाए तो यहां के खिलाड़ियों को क्या सुविधा मिलती है, यह किसी से छुपा नहीं है। यह जरूर है कि ओलिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन से राज्य सरकार भी खिलाड़ियों को मिलने वाली सुविधाओं को बढ़ाने पर विचार कर सकती है।

जय कुमार सिन्हा ने कहा कि ओलिंपिक जैसे खेलों से गांवों से खिलाड़ी निकलते तो ​अवश्य हैं, लेकिन उन्हें बेहतरीन खिलाड़ी बनाने की जिम्मेवारी सरकार की है। उन्हें अगर सुविधाएं मिले तो झारखंड से भी कई खिलाड़ी निकल सकते हैं। मनिका बत्रा जैसी खिलाड़ी एक या दो साल में नहीं निकलते, उसके लिए सालों-साल लगते हैं।

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