केवल जल के अर्पण से प्रसन्न हो जाते हैं शिव
श्रावण मास में भगवान शिव को जल बहुत प्रिय है। शिव पुराण में कहा गया है कि शिव की महिमा बहुत है।
जागरण संवाददाता, रांची : श्रावण मास में भगवान शिव को जल बहुत प्रिय है। शिव पुराण में कहा गया है कि समुद्र मंथन से निकले विष को भगवान शिव ने खुद ग्रहण कर लिया था। इससे उनका शरीर बहुत अधिक गर्म हो गया। भगवान को काफी परेशानी होने लगी थी। भगवान शिव को इस परेशानी से मुक्त करने के लिए इंद्रदेव ने जमकर बारिश करवाई थी। यह घटनाक्रम सावन के महीने में हुई था। सावन में प्रकृति अपने चरम सौंदर्य पर होती है। चारों तरफ हरियाली होती है। ऐसे में ध्यान के लिए उचित वक्त होता है। अनुकूल मौसम में योगी और आम मनुष्य संयम से जप और अनुष्ठान कर सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि पूरे सावन के महीने में शिव धरती लोक पर ही निवास करते हैं। जो भक्त नियम को जानकर या बिना जाने भी ऊं नम: शिवाय का जप करता है, शिव उसकी सारी मनोकामना पूरी करते हैं। वो ही ऐसे देवता हैं जो देव और दानव दोनों के समान पूज्य हैं। शिव को आशुतोष इसलिए कहा गया है क्योंकि वो केवल जल अर्पण करने से भी प्रसन्न हो जाते हैं। उनकी पूजा में किसी विशेष सामग्री की जरूरत नहीं होती। सावन माह में शिवजी की पूजा कर उनकी विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं। पंडित अजित मिश्रा, चंद्रमौलेश्वर महादेव मंदिर
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इस बार घर पर हुई शिव की पूजा
मैं सावन में हर सोमवार को पति के साथ मंदिर में जाकर भगवान की पूजा करती थी। इस साल हमने घर पर ही पूजा किया। सरकार ने जो फैसला किया है वो हमारी सुरक्षा के लिए ही किया है। घर पर सपरिवार श्रद्धा के साथ भगवान की पूजा करके मन में उतनी ही शांति हुई जितनी मंदिर में होती है।
शिप्रा बनर्जी, पीस रोड मुझे भगवान पर पूरी आस्था है। मगर हर काम भगवान खुद नहीं कर सकते। कोरोना जैसे संक्रामक बीमारी से हमें अपनी रक्षा खुद करनी होगी। इस साल घर पर ही पूजा किया। इसके लिए मैंने अंगूठे के आकार का शिवलिग बनाकर उसे शमी के पौधे के गमले में स्थापित किया है। अब पूरे सावन मैं घर पर ही बाबा की सेवा करूंगी।
मुस्कान, कोकर मैं काफी सालों से पूरे सावन शिव मंदिर में अभिषेक और पूजा करती हूं। मगर इस साल कोरोना के संक्रमण को देखते हुए घर पर ही पूजा करूंगी। मैंने इसके लिए काले मार्बल का एक शिवलिग खरीदा है। मैं अब केवल सावन नहीं पूरे साल घर में ही शिव की सेवा कर सकूंगी।
अनु पाठक, लालपुर