Mahagathbandhan के विधायकों ने एक सुर में कहा- शुक्रिया हेमंत सोरेन...

Mahagathbandhan Jharkhand सत्तारूढ़ दल के विधायकों की मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक में विधानसभा के बजट सत्र को लेकर रणनीति बनी। सत्र के दौरान सदन में उपस्थित रहने का निर्देश विधायकों को दिया गया। विधायकों ने क्षेत्र की समस्याएं उठाई और निदान का आग्रह किया।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 07:36 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 12:57 PM (IST)
Mahagathbandhan के विधायकों ने एक सुर में कहा- शुक्रिया हेमंत सोरेन...
Mahagathbandhan Jharkhand सत्तारूढ़ विधायकों की बैठक में भाग लेते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन।

रांची, राज्य ब्यूरो। Mahagathbandhan Jharkhand सत्ता पक्ष के विधायकों ने आंदोलनकारियों को सम्मान देने के राज्य कैबिनेट के निर्णय पर खुशी का इजहार किया है। विधायकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इसके लिए खास तौर पर धन्यवाद दिया है। मुख्यमंत्री आवास में सत्तारूढ़ विधायकों की बैठक में सभी ने एक स्वर में राज्य सरकार के फैसले का स्वागत किया। विधायकों ने कहा कि यह आवश्यक था। अबतक की सरकारों ने आंदोलनकारियों की अनदेखी की है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों की बदौलत बना है और उनके सम्मानित करने का निर्णय गौरव का क्षण है। आंदोलनकारियों के परिजनों को नौकरियों में पद आरक्षण का फैसला करना बेहतर कदम है। बैठक में विधानसभा के बजट सत्र को लेकर रणनीति बनी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूर्व में ही कह चुके हैं कि बजट सत्र के दौरान सरकार सभी प्रश्नों का स्पष्ट जवाब देगी।

मुख्यमंत्री आवास में आयोजित सत्ता पक्ष के विधायक दल की बैठक में २६ फरवरी से आहुत बजट सत्र को लेकर चर्चा में भाग लिया। @HemantSorenJMM@INCJharkhand pic.twitter.com/5MCTvtWdr6

— Purnima Niraj Singh (@purnimaasingh) February 25, 2021

बैठक में सत्ता पक्ष के विधायकों को ताकीद की गई कि वे बजट सत्र के दौरान सदन में अधिकाधिक उपस्थिति दर्ज कराएं। बैठक के दौरान कुछ विधायकों ने बिजली विभाग द्वारा की जा रही वसूली और जुर्माने पर आपत्ति जताई। कुछ विधायकों ने क्षेत्रीय समस्याओं का भी जिक्र करते हुए निदान का आग्रह किया। बैठक में कहा गया कि सरकार अब बेहतर प्रदर्शन की दिशा में आगे बढ़ेगी।

आज माननीय मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM जी के आवास पर आयोजित महागठबंधन के विधायक दल के बैठक में शामिल हुआ, इस अवसर पर आहूत विधानसभा के कार्यकाल के संदर्भ में रणनीति तैयार की गई। pic.twitter.com/YrFvYVTfcY— Banna Gupta (@BannaGupta76) February 25, 2021

कोविड काल में सरकार ने बेहतरीन प्रबंधन कर दिखाया है। बजट में कल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री आलमगीर आलम, चंपई सोरेन, सत्यानंद भोक्ता, मिथिलेश कुमार ठाकुर, रामेश्वर उरांव, बादल, जोबा मांझी, विधायक स्टीफन मरांडी, बसंत सोरेन, प्रदीप यादव, डा. इरफान अंसारी, समीर महंती, चमरा लिंडा, दीपक बिरूआ, मथुरा प्रसाद महतो, सविता महतो, पूर्णिमा नीरज सिंह, रामचंद्र सिंह, सरफराज अहमद, बंधु तिर्की, विकास मुंडा, नमन विक्सल कोनगाड़ी, उमाशंकर अकेला, विनोद कुमार सिंह, अंबा प्रसाद, दीपिका पांडेय सिंह, कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह, सहित अन्य विधायक मौजूद थे।

मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित महागठबंधन के विधायक दल के बैठक में शामिल हुए।माननीय मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जी,समस्त माननीय मंत्रीगण एवं सभी माननीय विधायक गण मौजूद रहे। pic.twitter.com/toiJE2topE

— Satyanand Bhokta (@BhoktaSatyanand) February 25, 2021

भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं, बाबूलाल फिर लें जनादेश : इरफान 

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सह जामताड़ा विधायक डा. इरफान अंसारी ने दावा किया है कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है। बजट सत्र में संभावित मुद्दों को इंगित करते हुए उन्होंने कहा कि दरअसल भाजपा को राज्य की कोई चिंता नहीं है। ये लोग सिर्फ हो-हल्ला करने के लिए विधानसभा आएंगे। इनके पास एकमात्र मुद्दा नेता प्रतिपक्ष की मान्यता का है। यह प्रकरण स्पीकर के न्यायाधिकरण में है। उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी को किसी हाल में नेता प्रतिपक्ष की मान्यता नहीं देनी चाहिए।

बजट सत्र को लेकर बोले विधायक डा. इरफान अंसारी, इन्हें सिर्फ नेता प्रतिपक्ष चाहिए

उन्होंने झारखंड की जनता को धोखा देने का काम किया है। वे सेकुलर वोट लेकर चुनाव जीते और भाजपा के गोद में चले गए। यह राजनीति की सही परिपाटी नहीं है। बाबूलाल अगर नेता प्रतिपक्ष बनना चाहते हैं तो उन्हें फिर से जनादेश लेना चाहिए। बजट सत्र को लेकर सत्ता पक्ष पूरी तरह तैयार है। विपक्ष के आरोपों का माकूल जवाब दिया जाएगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बेहतर तरीके से काम कर रही है। कोविड-19 के कारण भी विकास की गति धीमी नहीं हुई। अब यह रफ्तार पकड़ चुका है। भाजपा के पास विकास को लेकर कोई मुद्दा नहीं है। ये लोग अभी तक अपना नेता नहीं बना पाए हैं।

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