Jharkhand Rajrappa Chhinnamastke Darbar: फूलों से सजा मां छिन्नमस्तिके दरबार, श्रद्धालु भक्ति के साथ सेल्फी का भी ले रहे मजा

Jharkhand Rajrappa Chhinnamastke Darbar सिद्धपीठ राजरप्पा स्थित मां छिन्मस्तिका मंदिर को खूबसूरत तरीके से सजाया गया है। मंदिर आने वाले श्रद्धालु अपने कैमरे में इस मनोरम दृश्य को कैद करने से मिस नहीं करना चाह रहे हैं। विभिन्न प्रकार के फूलों से मंदिर की भव्य सजावट की गई है।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 02:11 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 02:11 PM (IST)
Jharkhand Rajrappa Chhinnamastke Darbar: फूलों से सजा मां छिन्नमस्तिके दरबार, श्रद्धालु भक्ति के साथ सेल्फी का भी ले रहे मजा
सिद्धपीठ राजरप्पा स्थित मां छिन्मस्तिका मंदिर को खूबसूरत ढंग से सजाया गया है।

रजरप्पा(रामगढ़), जासं । Jharkhand Rajrappa Chhinnamastke Darbar सिद्धपीठ राजरप्पा स्थित मां छिन्मस्तिका मंदिर को इतना खूबसूरत तरीके से सजाया गया है कि मंदिर आने वाले श्रद्धालु अपने कैमरे में इस मनोरम दृश्य को कैद करने से मिस नहीं करना चाह रहे हैं। विभिन्न प्रकार के फूलों से मंदिर की भव्य सजावट की गई है। रात में मंदिर दूधिया रोशनी से जगमगा रहा है। इसके कारण अब मंदिर में श्रद्धालुओं का धीरे-धीरे आना और सेल्फी लेना शुरू हो गया है। कोलकाता से आए दो दर्जन से भी अधिक कारीगरों ने एक सप्ताह तक खूब मिहतन कर दो दिनों तक लगातार काम कर मंदिर को खूबसूरत ढंग से सजाया है।

मंदिर सजावट होने के बाद से यहां भक्तों का आने का सिलसिला हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। फूलों से सजा मंदिर को देखने के लिए दूर-दराज से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और सजावट का लुत्फ उठाते हुए सेल्फी ले रहे हैं। मंदिर की भव्य सजावट लोगों को इस कदर आकर्षित कर रही है कि आसपास क्षेत्र के अलावा दूर दराज से यहां काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं और श्रद्धालु मंदिर की भव्य सजावट के साथ फोटो व सेल्फी लेने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं।

मां का आशीर्वाद है, इसलिए मंदिर के सजावट में करता रहा हूं सहयोग : कमल किशोर

छिन्मस्तिका मंदिर को सजाने के लिए दिल्ली के श्रद्धालु और यजमान कमल किशोर शर्मा पिछले छह वर्षों से लगातार शारदीय नवरात्र और चैत्र नवरात्र में पहुंचते हैं। खूबसूरत फूलों से छिन्नमस्तिके मंदिर को सजाने में सहयोग करते आ रहे है। कमल किशोर शर्मा का कहना है कि मां का दरबार सजाने में काफी सुकून मिलता है और मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है। शारदीय नौरात्र के कारण अभी लोग दूर-दूर से यहां पहुंच रहे हैं। वैसे तो आम दिनों में भी यहां मंदिर पहुंचनेवाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। लेकिन इस मौके पर आनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है।

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