Lockdown 2021: लॉकडाउन की आशंका से घर लौट रहे प्रवासी श्रमिक, झारखंड की सारी ट्रेनें फुल

Jharkhand Maharshtra Lockdown 2021 श्रमिकों का मुंबई समेत अन्य महानगरों से घर वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। मुंबई में जॉब करने वाले लोग और श्रमिक लॉकडाउन की आशंका से डरे हुए हैं। मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस से एलटीटी रांची स्पेशल ट्रेन से श्रमिक रांची रेलवे स्टेशन पहुंचे।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 03:59 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 07:39 PM (IST)
Lockdown 2021: लॉकडाउन की आशंका से घर लौट रहे प्रवासी श्रमिक, झारखंड की सारी ट्रेनें फुल
Jharkhand, Maharshtra Lockdown 2021: श्रमिकों का मुंबई समेत अन्य महानगरों से घर वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है।

रांची, जासं। Jharkhand Lockdown 2021, Maharshtra Lockdown 2021 श्रमिकों का मुंबई समेत अन्य महानगरों से घर वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। मुंबई में जॉब करने वाले लोग और श्रमिक लॉकडाउन की आशंका से डरे हुए हैं और इसी वजह से यह लोग घर वापसी कर रहे हैं। मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस से एलटीटी रांची स्पेशल ट्रेन से रविवार को दोपहर बाद रांची रेलवे स्टेशन पहुंचे। मुसाफिरों ने मुंबई में कोरोना महामारी के चलते उपजे माहौल की जानकारी दी और बताया कि कई लोगों का काम बंद हो चुका है। नाइट कर्फ्यू के चलते काम प्रभावित हुआ है। यही नहीं उन लोगों को आशंका है कि आगे लाकडाउन लग सकता है।

लाकडाउन लगा तो वह लोग मुंबई में फंस जाएंगे। पिछले अनुभव को वह लोग दोहराना नहीं चाहते, जब लॉकडाउन में फंसने के बाद वह लोग दाने-दाने को मोहताज हो गए थे। इसीलिए श्रमिक मजदूर और अन्य जॉब करने वाले लोग घर वापस आने के लिए बेताब हैं। मुंबई से झारखंड आने वाले साहि‍बगंज के रहने वाले सिफत सेठ मुंबई के शिवाजी नगर में नारियल बेचते थे। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते बंदी जैसा माहौल बन रहा है। रात्रि कर्फ्यू की बात सुनकर वह लोग घबरा गए हैं कि कहीं पिछली बार की तरह फंस ना जाएं। इसीलिए, मुंबई छोड़कर घर वापस आ गए हैं।

ट्रेनों में सीट नहीं मिलने से नहीं आ पा रहे लोग

डाल्टनगंज के चैनपुर के रहने वाले साबिर खान अंधेरी में पेंटिंग का काम करते थे। उन्होंने बताया कि उनके इलाके अंधेरी में गुमला साहिबगंज खूंटी रांची के बहुत से लोग मौजूद है लेकिन ट्रेन मैं सीट नहीं खाली होने की वजह से यह लोग नहीं आ पा रहे हैं। वो लोग कई दिन से मुंबई से घर आने की कोशिश में थे। लेकिन ट्रेनों में काफी भीड़ चल रही थी। गुरुवार को टिकट लेने गए तो पता चला कि एक स्पेशल ट्रेन जा रही है। उसमें सीट खाली है। इसलिए उन्होंने टिकट खरीद लिया।

ठेकेदार से पैसा नहीं मिलने के चलते मुंबई में रुके हैं कई श्रमिक

अफरोज भी साबिर के साथ ही बिल्डिंग की पेंटिंग का काम करते हैं। उनका कहना है कि पिछली बार वह लॉकडाउन में फंस गए थे। इस बार भी उनका जब काम बंद हो गया तो वह वहां से चले आए हैं। जिस ठेकेदार के साथ काम करते थे। उस पर उनकी मजदूरी का ₹25000 बकाया था। ₹10000 दे दिया है। बाकी रकम उसने बाद में देने की बात कही है। अफरोज ने बताया कि उनके गांव के कई लड़के अभी भी वही हैं। उनकी मजदूरी नहीं मिल पाई। वह अपनी मजदूरी लेने के चलते रुके हुए हैं। जैसे ही मजदूरी मिल जाएगी। वह वापस अपने घर के लिए चल पड़ेंगे।

कोरोना के प्रसार से डरे हुए हैं श्रमिक

साहबगंज के नोमान ने बताया कि मुंबई में तरह तरह की अफवाह फैल रही है। कोरोना का माहौल है। इसीलिए वह लोग वहां से आ गए हैं। राकेश कुशवाहा सतना से आए हैं। वह गुमला के रहने वाले हैं। राकेश कुशवाहा ने बताया कि वह इलेक्ट्रिक का काम कंपनी में जॉब करते हैं।

कई मजदूर अब भी डटे हैं मुंबई में

साहिबगंज के नोमान ने बताया कि कई मजदूर अब भी मुंबई में डटे हुए हैं। इन श्रमिकों का कहना है कि वह मुंबई छोड़कर अभी नहीं जाएंगे। उनका कहना है कि अभी हालात इतने खराब नहीं हुए कि शहर छोड़ कर जाना पड़े। स्पेशल ट्रेन से मुंबई से आए साहबगंज के ही असलम का कहना है कि वह किसी आशंका से नहीं बल्कि रमजान शुरू होने की वजह से घर वापस आया है।

स्टेशन पर चलाया गया सैनिटाइजेशन अभियान

मुसाफिरों के रेलवे स्टेशन पर उतरते ही उन्हें यहां कुर्सियां लगाकर बैठाया गया। श्रमिकों के जाने के बाद सभी कुर्सियों को सैनिटाइज किया गया। इसके बाद रेलवे स्टेशन पर सैनिटाइजेशन का अभियान चलाया गया।

रांची रेलवे स्टेशन पर पहुंची खाली ट्रेन

एलटीटी रांची स्पेशल ट्रेन में कुल 21 कोच में 1352 यात्री मुंबई से चले थे। यह यात्री रास्ते में सतना, मुगलसराय, गया, बोकारो आदि स्टेशनों पर उतरते चले गए और जब ट्रेन रांची पहुंची, उसके अधिकतर कोच खाली थे। ट्रेन में सिर्फ 32 यात्री बचे थे, जो रांची रेलवे स्टेशन पर उतरे।

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