UPSC Result: 29 लाख की नौकरी छोड़ शुरू की तैयारी, हजारीबाग का उत्कर्ष बना आइएएस

UPSC Result हजारीबाग के सुरेश कॉलोनी गिरजा नगर निवासी उत्कर्ष कुमार ने यूपीएससी परीक्षा में 55 वां रैंक हासिल किया है। डीएवी हजारीबाग से 10 वीं तक पढ़ाई करने वाले उत्कर्ष शुरु से ही प्रतिभाशाली रहे हैं। 2013 में आइआइटी में उन्होंने पांचवां रैंक हासिल किया था।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 09:54 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 09:54 AM (IST)
UPSC Result: 29 लाख की नौकरी छोड़ शुरू की तैयारी, हजारीबाग का उत्कर्ष बना आइएएस
हजारीबाग के सुरेश कॉलोनी गिरजा नगर निवासी उत्कर्ष कुमार ने यूपीएससी परीक्षा में 55 वां रैंक हासिल किया है।

हजारीबाग,जासं। हजारीबाग के सुरेश कॉलोनी गिरजा नगर निवासी उत्कर्ष कुमार ने यूपीएससी परीक्षा में 55 वां रैंक हासिल किया है। उत्कर्ष की इस सफलता के बाद से परिवार में खुशी का माहौल है। डीएवी हजारीबाग से 10 वीं तक पढ़ाई करने वाले उत्कर्ष शुरु से ही प्रतिभाशाली रहे हैं। 2013 में आइआइटी में उन्होंने पांचवां रैंक हासिल किया था। एक साल तक बैंगलुरू में गोल्डमैन कंपनी में 29 लाख रुपये के पैकेज पर नौकरी की। फिर 2019 में नौकरी छोड़ यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। उत्कर्ष के पिता महेश कुमार वर्णवाल जूनियर इंजीनियर हैं और मां जिला स्कूल में शिक्षिका हैं।

पहले प्रयास में असफल हुए तो मिला परिवार का साथ

अपनी तैयारियों के बारे में उत्कर्ष ने बताया कि देश और राज्य के लिए कुछ करने की तमन्ना से ही मैंने 2019 में नौकरी छोड़ दी। दिल्ली जाकर एक साल कोचिंग ली। लेकिन, पहले प्रयास में जब मैं असफल हुआ तो डर गया। नौकरी छोड़ने के बाद असफलता मिली थी। लेकिन पिता और मां ने इस वक्त मेरा भरपूर साथ दिया। मुझे आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया और अब रिजल्ट आपके सामने हैं। मैंने 55 वां रैंक हासिल कर लिया है। मेरे जीजाजी कौशल किशोर भी आइपीएस हैं। उन्होंने भी मुझे काफी मॉटिवेट किया। इसके अलावा डीएवी स्कूल के प्राचार्य अशोक सर और दिल्ली के शिक्षक सात्विक भान हमेशा मुझे गाइड करते रहे।

लॉकडाउन में आनलाइन नोट्स को बनाया सहारा

उत्कर्ष ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान दिल्ली से कोचिंग छोड़कर हजारीबाग आ गया। एक साल से यहीं से तैयारी की। लैपटॉप को ही आनलाइन पढ़ाई का जरिया बनाया। पिछली बार मैंने जहां जीएस को लेकर 10 ऑनलाइन टेस्ट दिए तो इस बार और अधिक तैयारी की। जीएस को लेकर 25 टेस्ट दिए। ऑनलाइन की नोट्स बनाए और उसे अपडेट करता रहा। छोटे से दोस्तों के ग्रुप में हमेशा चर्चा करता रहा।

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