जीवन में दूसरों के साथ सामंजस्य बिठाकर सीखें जीना

निर्मला कॉलेज के स्वर्ण जयंती समारोह का आगाज शनिवार को रंगारंग कर्केक्रम के साथ वार्षिकोत्सव शुरु हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Dec 2019 03:58 AM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 06:17 AM (IST)
जीवन में दूसरों के साथ सामंजस्य बिठाकर सीखें जीना
जीवन में दूसरों के साथ सामंजस्य बिठाकर सीखें जीना

जागरण संवाददाता, रांची : निर्मला कॉलेज के स्वर्ण जयंती समारोह का आगाज शनिवार को रंगारंग कार्यक्रमों से हुआ। 50 वर्षो के स्वर्णिम सफर पूरा करने पर कैंपस में हर ओर उत्साह का माहौल था। शिक्षिकाएं हो या छात्राएं सभी के चेहरे खुशी व गर्व से दमक रहे थे। दो दिनों तक चलने वाले समारोह के पहले दिन पवित्र मिस्सा बलिदान से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

मुख्य अतिथि रेवरेन्ड आर्च बिशप डॉ. फेलिक्स टोप्पो एसजे ने छात्राओं से कहा कि विज्ञान व अन्य विषयों के ज्ञान के साथ व्यवहारिक ज्ञान को भी जानें। कहा, जीवन में दूसरों के साथ सामंजस्य बिठाकर जीना सीखें। उन्होंने कहा कि भौतिक वजूद के साथ हमारा आध्यात्मिक अस्तित्व भी है। अंतर्यात्रा से ही हम ईश्वर के अस्तित्व को समझ सकते हैं। विशिष्ट अतिथि रेवरेन्ड सिस्टर मेरी जोसेफ एससीजेएम ने कहा कि स्वर्ण जयंती पर सभी के चेहरे पर मुस्कुराहट हमारी सफलता के पीछे कठिन परिश्रम को बयां कर रही है। मौके पर फादर क्रिस्टोफर लकड़ा, फादर निकोलस टेटे, फादर मरियानुस कुजूर, पूर्व जीबी सेक्रेट्री सिस्टर लिलि, फाउंडर शिक्षिका एवं पूर्व प्राचार्या डॉ. सिस्टर बर्नाडीन, सुपीरियर सिस्टर लिडविन मेरी, पूर्व प्राचार्या सिस्टर स्टेला, डॉ. सिस्टर विकट्रीन, डॉ. सिस्टर इग्नेशिया, सिस्टर शोभा, डॉ. एम्मा सेफरिम, डॉ. कनकलता रिद्धि, डॉ. इंदु सहित अन्य थे।

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शैक्षणिक के साथ चरित्र निर्माण में भी अव्वल

प्राचार्या डॉ. सिस्टर ज्योति ने कॉलेज के उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में बुनियादी ढांचा अनुदान के लिए इस कॉलेज का चयन किया गया। वर्ष 2017 में नैक मूल्यांकन में ए ग्रेड मिला। वर्ष 2019 में डीबीटी स्टार कॉलेज स्कीम का गौरव प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की उत्कृष्टता केवल शैक्षणिक ही नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण में भी है। कॉलेज समाज में सकारात्मक बदलाव का वाहक बना है।

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लोकनृत्य से एकता का संदेश

सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्राओं ने रंगीन छटाएं बिखेरी। उड़ान के माध्यम से कॉलेज के 50 वर्षो के स्वर्णिम यात्रा को झांकी से दिखाया। छात्राओं ने राजस्थान से लेकर नागालैंड, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र आदि के लोकनृत्यों को खूबसूरती से दिखाते हुए अनेकता में एकता का संदेश दिया। छात्राओं ने कॉलेज के आदर्श वाक्य एक दिल एक चित की मोहक प्रस्तुति पर खूब तालियां बटोरी।

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डॉ. रंजू की किताब का विमोचन

इस अवसर पर दर्शनशास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ. रंजू कुमारी की पुस्तक पाश्चात्य नैतिक संदेशवाद का समीक्षात्मक सर्वेक्षण का लोकार्पण मुख्य अतिथि ने किया। शिक्षिका विजया एक्का ने स्वागत भाषण दिया। डॉ. देवयानी राय ने कॉलेज की उपलब्धियों के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका विजया एक्का, एंव छात्रा मोनिका लकड़ा और धन्यवाद ज्ञापन इंटर सेक्शन इंचार्ज सिस्टर सुमन ने किया।

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