झारखंड के रास्ते बंगाल जा रहा तस्करी का कोयला, कोड वर्ड से कराया जा रहा बार्डर पार

बॉर्डर पर कभी 20 का नोट तो कभी कुछ और बन जाता है तस्करों का कोड

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 01:02 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 01:02 AM (IST)
झारखंड के रास्ते बंगाल जा रहा तस्करी का कोयला, कोड वर्ड से कराया जा रहा बार्डर पार
झारखंड के रास्ते बंगाल जा रहा तस्करी का कोयला, कोड वर्ड से कराया जा रहा बार्डर पार

राज्य ब्यूरो, रांची : राज्य में एक बार फिर बड़े पैमाने पर कोयले की तस्करी शुरू हो गई है। चतरा-हजारीबाग के रास्ते दूसरे राज्य व जिलों में अवैध कोयला पहुंच रहा है। रास्ते में पड़ने वाले दर्जनों चेक-नाका सेट हैं, जहां कोड वर्ड के जरिये गाड़ियां पार कराई जाती हैं। कुछ दिन पूर्व बोकारो में और एक दिन पहले पाकुड़ व लिट्टीपाड़ा में अवैध कोयला लदे ट्रक पकड़े जा चुके हैं।

पाकुड़िया-दुमका पथ पर 23 नवंबर को पकड़े गए अवैध कोयला लदे चार ट्रकों के कोयले से संबंधित कागजात की जांच से पता चला कि संबंधित वाहनों में चतरा जिले के पिपरवार में स्थित सीसीएल के पुरनाडीह प्रोजेक्ट से कोयला लोड किया गया था। कोयला जाना था रांची, लेकिन उसे रातोरात बंगाल के मुर्शिदाबाद भेजकर वहां ईंट भट्ठे में खपाने की तैयारी थी। इसी तरह पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा थाना क्षेत्र में जब्त अवैध कोयला लदे ट्रक को साहिबगंज के बरहड़वा में ले जाया जाना था, लेकिन इससे पहले ही ट्रक पकड़ा गया।

इसी माह धनबाद के निरसा में भी पुलिस ने सात ट्रक अवैध कोयले को जब्त किया था। इस तस्करी में भी बंगाल का कनेक्शन मिला है। बोकारो में पिछले महीने अवैध कोयले की तस्करी का ग्रामीणों ने विरोध भी किया था और रास्ते में बैलगाड़ी खड़ी कर पांच ट्रकों को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन सूचना के छह घंटे के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची थी।

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कोड वर्ड में चल रहा है धंधा

अवैध कोयले की तस्करी का यह धंधा कोड वर्ड में चल रहा है। हर दिन अलग-अलग कोड होता है, जिससे चेक-पोस्ट पर अवैध कोयला पार कराने में सहुलियत होती है। हर ट्रक की राशि बंधी है और यही कारण है कि चेक-पोस्ट पर आसानी से कोयला पार हो रहा है। पूर्व में एनआइए की छानबीन में भी यह खुलासा हो चुका है। पूर्व में चतरा के टंडवा स्थित मगध व आम्रपाली कोयला परियोजना से तो एक समिति के नाम पर अवैध कोयले की तस्करी कराने के एवज में रुपये बंटते थे। समिति में पुलिस से लेकर ग्रामीण व स्थानीय दबंग शामिल थे। पीएलएफआइ के उग्रवादियों की भी इसमें दखल होने के मामले की जांच चल रही है। इस मामले में सीसीएल के अफसर, ट्रांसपोर्टर व सीसीएलकर्मी फंसे हुए हैं।

------------------- कोयला की तस्करी रोकने के लिए पुलिस मुख्यालय से लगातार दिशा-निर्देश जारी हो रहे हैं। अवैध कोयले जब्त भी हो रहे हैं। जहां भी चेक-पोस्ट पर लापरवाही सामने आएगी दोषी पर कार्रवाई होगी।

अजय कुमार सिंह, डीजी मुख्यालय, झारखंड।

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