Kisan Karj Mafi: किसानों पर मेहरबान हेमंत सरकार, 1 लाख से बेड़ा पार...

Jharkhand Kisan Karj Mafi Yojana झारखंड सरकार की मुख्यमंत्री ऋण माफी योजना के अगले वित्तीय वर्ष भी जारी रहने और ऋण माफी की सीमा 50 हजार से एक लाख होने का फायदा लाखों किसानों को मिलेगा। चालू वित्तीय वर्ष में 1.27 लाख किसान ऐसे होंगे जिन्हें तत्काल इसका फायदा मिलेगा।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 09:13 PM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 08:28 AM (IST)
Kisan Karj Mafi: किसानों पर मेहरबान हेमंत सरकार, 1 लाख से बेड़ा पार...
Kisan Karj Mafi Yojana, Jharkhand News किसान ऋण माफी योजना की सीमा 50 हजार से एक लाख रुपये की गई।

रांची, राज्य ब्यूरो। Kisan Karj Mafi Yojana, Jharkhand News झारखंड सरकार की मुख्यमंत्री ऋण माफी योजना के अगले वित्तीय वर्ष भी जारी रहने और ऋण माफी की सीमा 50 हजार से एक लाख होने का फायदा लाखों किसानों को मिलेगा। चालू वित्तीय वर्ष में 1.27 लाख किसान ऐसे होंगे जिन्हें तत्काल इसका फायदा मिलेगा। बता दें कि राज्य सरकार ने अगले वित्तीय वर्ष के लिए 1200 करोड़ का बजटीय उपबंध कर्ज माफी योजना के लिए किया है।

चालू वित्तीय वर्ष में कर्ज माफी के जो आंकड़े सहेजे गए हैं उसके अनुसार राज्य के 9.07 लाख किसानों का कर्ज माफ होना है। इनमें 7.80 लाख किसान ऐसे होंगे जिनका पूरा कर्ज माफ हो जाएगा, चूंकि इनके कर्ज का दायरा पचास हजार के भीतर है। जबकि 1.27 लाख ऐसे किसान हैं, जिनका सिर्फ पचास हजार तक का कर्ज माफ होगा। ये वो किसान है, जिनका कर्ज पचास हजार से अधिक है। अब कर्जमाफी की सीमा एक लाख होने से अगले वित्तीय वर्ष इन्हें तत्काल इस योजना का लाभ मिल सकेगा। चूंकि इनकी सूची इसी वर्ष तैयार हो चुकी है।

मालूम हो कि राज्य के 1293887 किसानों पर 5774.92 करोड़ का बैंक ऋण है। इसमें 307458 किसानों का 1530 करोड़ का कर्ज एनपीए हो गया है। 78651 किसानों का 232.95 करोड़ निपट चुका है। शेष 907778 लाख किसानों पर 4038.13 करोड़ का बैंक ऋण है, जिनके कर्ज निपटने की कोशिशें राज्य सरकार के स्तर से शुरू की गई हैं।

चालू वित्तीय की अगले वर्ष भरपाई करेगी सरकार

कर्ज माफी के लिए चालू वित्तीय वर्ष के लिए बजट में दो हजार करोड़ का प्रविधान किया गया था। हालांकि खर्च के अभाव में कृषि विभाग ने एक हजार करोड़ की राशि सरेंडर कर दी है। जाहिर है अगले वित्तीय वर्ष इसकी भरपाई करने के उद्देश्य से 1200 करोड़ का वित्तीय उपबंध किया गया है। कर्जमाफी की सीमा में विस्तार कर राज्य सरकार इसकी भरपाई करेगी।

कृषि ऋणमाफी का नकारात्मक प्रचार कर रहे कुछ लोग : बादल

झारखंड सरकार की मुख्यमंत्री कृषि ऋण माफी योजना के नकारात्मक प्रचार की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल ने आलोचना की है। शनिवार को हटिया में आयोजित विभाग के सहकारिता प्रभाग की कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग ऋण माफी योजना का नकारात्मक प्रचार कर रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने ऋणमाफी योजना के दूरगामी परिणाम और किसानों की आय बढ़ाने के सरकार के प्रयासों को भी साझा किया। कृषि मंत्री ने कहा कि देश को विकसित करने में सहकारिता आंदोलन का बड़ा योगदान रहा है। झारखंड का विकास भी सहकारिता से ही होगा। हमें हर हाल में कॉ-आपरेटिव आंदोलन को जिंदा करना है।

कृषि सचिव ने पदाधिकारियों को दी नसीहत, शिकायत की प्रवृत्ति से उबरें, अच्छा काम करें

कृषि मंत्री ने कहा कि अगले चार वर्षों में हमने 24 लाख किसानों की आय बढ़ाने का जो सपना देखा है उसमें सहकारिता का अहम रोल होगा। सहकारी समितियां मजबूत होंगी तो राज्य मजबूत होगा। हम सभी को मिलकर खामियों को दूर करना होगा। जो किसान हताश हैं, उन्हें काम दिलाकर उन्हें मुख्यधारा में लाना है। विभागीय सचिव अबु बकर सिद्दीख पी ने सहकारिता प्रभाग से जुड़े पदाधिकारियों को नसीहत दी कि शिकायत की प्रवृत्ति से उबरिए और अच्छा काम करें।

निबंधक सहयोग समितियां ने भी कार्यशाला को संबोधित किया। इन्हें किया गया सम्मानित कार्यशाला सह सम्मान समारोह में उत्कृष्ट कार्यों के लिए गुमला के जिला सहकारिता पदाधिकारी कुमोद कुमार, पाकुड़ के कुमार गौतम, बोकारो के जिला अंकेक्षण पदाधिकारी शहिद परवेज खान, वरीय अंकेक्षण पदाधिकारी अमित कुमार दास, दिलीप कुमार साव, अशोक कुमार शर्मा, जयंती पूर्ति, कौशल कुमार मिश्रा, एवं राजेश प्रसाद को सम्मानित किया गया। इसके अलावा सभी 24 जिलों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लैम्पस और पैक्स को सम्मानित किया गया।

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