सीआइएसएफ ने चलाया ऑपरेशन,चिमनी में फंसे 19 मजदूर सुरक्षित निकाले गए

झारखंड के कोडरमा के बांझेडीह स्थित कोडरमा थर्मल पाॅवर स्टेशन के चिमनी के ऊपर फंसे मजदूरों को रेस्क्यू कर सुरक्षित उतार लिया गया है। प्लांट में कार्यरत सीआइएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के जवानों के द्वारा इन्हें रेस्क्यू कर उतारा गया।

By Brajesh MishraEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 09:15 AM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 09:15 AM (IST)
सीआइएसएफ ने चलाया ऑपरेशन,चिमनी में फंसे 19 मजदूर सुरक्षित निकाले गए
कोडरमा थर्मल पाॅवर स्टेशन के चिमनी के ऊपर फंसे मजदूरों को रेस्क्यू कर सुरक्षित उतार लिया गया है।

 कोडरमा,जासं।  झारखंड के कोडरमा के बांझेडीह स्थित कोडरमा थर्मल पाॅवर स्टेशन के चिमनी के ऊपर फंसे मजदूरों को रेस्क्यू कर सुरक्षित उतार लिया गया है। प्लांट में कार्यरत सीआइएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के जवानों के द्वारा इन्हें रेस्क्यू कर उतारा गया। प्लांट के सुरक्षा अधिकारी आरआर सिन्हा के अनुसार चिमनी के ऊपर 19 मजदूर फंसे थे। जिन्हें रेस्क्यू कर उतारा गया। जानकारी के अनुसार निर्माणाधीन चिमनी पर चढ़ने-उतरने के लिए तीन अस्थायी लिफ्ट तैयार किया गया। एक पैसेंजर लिफ्ट, एक ट्राली वाली विंग्स और एक लिफ्ट से निर्माण के लिए मैटीरियल ऊपर ले जाई जाती थी। इसी लिफ्ट में ट्रॉली लगाकर सभी मजदूरों को उतारा गया है। दरअसल प्लांट में 150 मीटर ऊंची एक उक्त चिमनी केंद्रीय पॉल्यूशन बोर्ड के निर्देश पर तैयार की जा रही थी। प्लांट के अधिकारियों के अनुसार इससे कोयले के धुएं में से सल्फर व अन्य हानिकारक गैस को पूरी तरह अवशोषित कर फ्रेश धुआं वातावरण में छोड़ी जाएगी। पूर्व से धुआं निकालने के लिए निर्मित चिमनी 275 मीटर ऊंची है। ज्ञात हो क‍ि गुरुवार को  लिफ्ट टूटने की घटना में ठेका कंपनी  श्री विजया कंपनी के चार अधिकारियों की मौत हो गई थी। इसके बाद कई मजदूर फंस गए थे। अधिकारियों का शव कोडरमा सदर अस्पताल में ही रखा गया है। कुछ समय में सभी शवाें का पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा। मृतकों में प्लांट में चिमनी का काम कर रही श्री विजया कंपनी के प्रोजेक्ट हेड नागपुर, महाराष्ट्र निवासी कृष्ण प्रसाद कोडाली (पिता नंदकुमार), रायचूर (कर्नाटक) निवासी इंजीनियर कार्तिक सागर (पिता रमुल्लाह), गया (बिहार) निवासी सेफ्टी ऑफिसर नवीन कुमार (पिता रघुनंदन सिंह) और कंपनी के एमडी 50 वर्षीय डॉ. विनोद कुमार चौधरी शामिल हैं।

परिवार के लोगों ने ली राहत की सांस

फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के बाद उसके परिवार के लोगों की ओर से राहत की सांस ली गई।सीआइएसएफ के जवानों व अधिकारियों के प्रति आभार व्‍यक्‍त किया गया।

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