खूंटी सदर अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी ने की आत्महत्या, फंदे से लटकती मिली लाश Khunti News
Khunti News Jharkhand Hindi News दीपक ने आत्महत्या क्यों किया इसकी जानकारी अबतक किसी को नहीं मिल पाई है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर उसके घर भेज दिया है। अस्पतालकर्मियों ने बताया कि दीपक काफी भावुक किस्म का था।
खूंटी, जासं। खूंटी जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल के 108 एंबुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल तकनीशियन (ईएमटी) दीपक कुमार ने अस्पताल के पुराने भवन में तौलिये का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली है। गढ़वा के रहने वाले दीपक की उम्र करीब 20-22 वर्ष थी और वह अविवाहित था। दीपक पिछले दो वर्षों से खूंटी में ईएमटी के पद पर काम कर रहा था। दीपक ने आत्महत्या क्यों की, इसकी जानकारी अबतक किसी को नहीं मिल पाई है। अस्पतालकर्मियों ने बताया कि वह काफी भवुक किस्म का था। गंभीर मरीज को देखकर रोने लग जाता था।
सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या करने की खबर सुनकर वह दो दिनों तक रोता रहा था। दीपक रिम्स के चिकित्सक डा. चंद्रभूषण के कार्यों से काफी प्रभावित था और उन्हें अपना आदर्श मानकर बात करता था। बताया गया कि आत्महत्या करने के पूर्व उसने डॉ. चंद्रभूषण से बात की थी। इसके बाद उसने अपना मोबाइल बंद कर दिया था। चिकित्सक ने ही किसी को फोन कर उसे ढूंढ़ने के लिए कहा था। इसके बाद उसकी लाश फंदे से लटकती मिली। विश्वकर्मा पूजा के दिन रोज की तरह वह काम पर था।
इस दौरान दिन के करीब 11-12 बजे सदर अस्पताल के अर्धनिर्मित भवन की सीढ़ी से निकले छड़ पर तौलिये का फंदा बनाकर उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इसकी जानकारी मिलने के बाद घटना की सूचना खूंटी थाना की पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। इसके बाद दीपक के शव को उसके घर गढ़वा भेज दिया गया।