KBC 12: रांची के टेलर की बेटी कहकशां ने केबीसी में जीते 12.50 लाख, इस सवाल पर अटकीं

Kaun Banega Crorepati 12 झारखंड की राजधानी रांची के कांके इलाके की रहने वाली छात्रा कहकशां अमरीन ने सोनी टीवी पर गुरुवार को प्रसारित हुए कौन बनेगा करोड़पतिश (केबीसी) के शो में 12.50 लाख की रकम जीती। कहकशां ने अपना आखिरी प्रश्न 24 लाख रुपये के लिए खेला।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 01:16 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 06:23 PM (IST)
KBC 12: रांची के टेलर की बेटी कहकशां ने केबीसी में जीते 12.50 लाख, इस सवाल पर अटकीं
Kaun Banega Crorepati 12 रांची की कहकशां अमरीन ने कौन बनेगा करोड़पति में 12.50 लाख जीते।

रांची, जासं। Kaun Banega Crorepati 12 झारखंड की राजधानी रांची के कांके इलाके की रहने वाली छात्रा कहकशां अमरीन ने सोनी टीवी पर गुरुवार को प्रसारित हुए 'कौन बनेगा करोड़पति' (केबीसी) के शो में 12.50 लाख की रकम जीती। कहकशां ने अपना आखिरी प्रश्न 24 लाख रुपये के लिए खेला। उनका प्रश्न था कि महात्मा गांधी की दांडी यात्रा से प्रेरित होकर किसने यात्रा निकाली। इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए कहकशां ने अपनी आखिरी लाइफलाइन 50-50 का इस्तेमाल किया। इसमें जवाब बी और डी को डिलिट कर दिया गया। जवाब ए और सी में से उन्हें एक उत्तर देना था। कहकशां ने इसका उत्तर बी स्वामीनाथन दिया। हालांकि, जवाब सी राजगोपालाचारी था। 

जीत की रकम से बढ़ाएंगी परिवार का कारोबार

कहकशां ने बताया कि जीती हुई सारी रकम से वह अपने वालिद असलम जावेद का कारोबार बढ़ाएंगी, ताकि परिवार की स्थिति बेहतर हो सके। उनका कहना है कि वह अपने पिता की बड़ी बेटी हैं और उन्हें इसका फर्ज अदा करना है। कहकशां के वालिद दर्जी हैं। इससे पहले रांची की नाजिया नसीम और सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी बिनोद कुमार केबीसी में नजर आ चुके हैं। नाजिया नसीम ने एक करोड़ रुपये जीतकर इस सीजन में पहली करोड़पति होने का गौरव हासिल किया था। कहकशां रांची वीमेंस कॉलेज की छात्रा हैं। वे रांची के कांके की रहने वाली हैं। शो में कहकशां के साथ उनकी मां रजिया और मामा गए हुए थे। 

टीवी पर खुद को बिग बी के साथ देख प्रसन्न थीं

केबीसी के एपिसोड के प्रसारण के दौरान कहकशां अमरीन खुद को बिग बी के साथ टीवी पर देखकर काफी प्रसन्न थीं। कहा कि अमिताभ बच्चन स्क्रीन पर जीतने सहज और सरल दिखते हैं, शूट के बाद भी उनका व्यवहार वैसा ही रहता है। मेरे लिए जीवन में उनके सामने बैठने से बड़ा कोई क्षण नहीं था। उन्होंने कहा कि यह मेरी मां की मेहनत का नतीजा है कि मैं यहां तक पहुंची हूं। मां रजिया हमेशा केबीसी में जाने के लिए उनका हौसला बढ़ाती रही हैं।

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