Karwa Chauth Moon Rising: पति की लंबी आयु के लिए महिलाओं ने रखा व्रत, जानें कब निकलेगा चांद
Karwa Chauth Moon Rising Timing करवा चौथ पर विवाहिताएं पूरे दिन भूखी-प्यासी रहकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। गृहिणी ज्योति चावला ने बताया कि सुखमय दांपत्य जीवन की कामना करते हुए हर साल मैं इस व्रत को करती हूं।
रांची, डिजिटल डेस्क। प्रेम, श्रद्धा, त्याग और विश्वास का पावन पर्व करवा चौथ आज मनाया जा रहा है। विवाहिताएं पूरे दिन भूखी-प्यासी रहकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए यह व्रत मनाती हैं। आज महिलाएं चांद देखकर अपने पति का दीदार करेंगी और करवा चौथ का त्योहार मनाएंगी। चांद देखने के लिए सुहागिनें आज शाम से ही इंतजार करने लगेंगी। बताया जा रहा है कि आज देर शाम 7:52 बजे चंद्र का उदय होगा। यह स्वाती नक्षत्र पर शाम 7:35 बजे से ही है।
हजारीबाग संवाददाता के अनुसार, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि इस साल 24 अक्टूबर 2021, रविवार सुबह 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी। यह अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 43 मिनट तक रहेगी। इस दिन चांद निकलने का समय 8 बजकर 11 मिनट पर है। पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर 2021 को शाम 06:55 से लेकर 08:51 तक रहेगा।
पांच साल बाद बना शुभ योग
करवा चौथ पूजा पांच साल बाद रोहिणी नक्षत्र पर की जा रही है। साथ ही दिन रविवार पड़ने पर सूर्य देव का शुभ आशीर्वाद व्रती को मिलेगा। करवा चौथ पर चांद सुहागिनों के लिए खास होता है। शाम होते ही महिलाएं चांद निकलने का इंतजार करती हैं। चांद के निकलते ही महिलाएं चांद की पूजा करती हैं। इसके बाद वे चांद को अर्घ्य देकर पति के हाथों से पानी पीती हैं और व्रत का पारण करती हैं।
करवा चौथ अर्घ्य का मुहूर्त
आज शाम 5:43 से शाम 6:59 के मध्य चौथ माता यानी की माता पार्वती, भगवान शिव, गणेश व कार्तिकेय का विधिपूर्वक पूजन कर लें। इसके बाद चांद निकलने पर उसकी पूजा कर अर्घ्य दें। पति की लंबी आयु व सुखी जीवन की कामना करते हुए पति के हाथ से जल ग्रहण कर व्रत का पारण करें।
करवा चौथ को लेकर उत्साह
सोलह शृंगार करके सज-धज कर महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखकर गौरी मां की पूजा करती हैं। इधर, करवा चौथ को लेकर रांची समेत पूरे झारखंड में महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। पूजा के एक हफ्ते पहले ही महिलाओं ने कपड़े, ज्वेलरी आदि की खरीदारी की।
'शादी के बाद यह मेरा पहला करवा चौथ है। मैं काफी एक्साइटेड हूं। करवा चौथ रविवार को पड़ रहा है। वरना स्कूल के साथ-साथ व्रत कर पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता। मैं अपनी शादी का लहंगा पहन कर यह व्रत कर रही हूं। अब बस इंतजार है, तो चांद निकलने का।' -मुस्कान उप्पल, शिक्षिका।
'25 सालों से मैं करवा चौथ का व्रत कर रही हूं। पति की लंबी आयु व सुखमय दांपत्य जीवन की कामना करते हुए हर साल मैं इस व्रत को करती हूं। शरद पूर्णिमा के चौथे दिन यह व्रत होता है। इसलिए हम इसे चौथ का चांद भी कहते हैं। शाम को चांद निकलने के बाद हम चांद की पूजा कर उसे अर्घ्य देते हैं। इसके बाद पति के हाथ से पानी पीकर ही व्रत का पारण करते हैं।' -ज्योति चावला, गृहिणी।