अलविदा की नमाज में रोजेदारों ने मांगी कोरोना के खात्मे में की दुआ

रमजान के अलविदा जुमा को इस साल भी मस्जिदों में सामूहिक नमाज नहीं हुई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 07:16 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 07:16 AM (IST)
अलविदा की नमाज में रोजेदारों ने मांगी कोरोना के खात्मे में की दुआ
अलविदा की नमाज में रोजेदारों ने मांगी कोरोना के खात्मे में की दुआ

जागरण संवाददाता, रांची : रमजान के अलविदा जुमा को इस साल भी मस्जिदों में सामूहिक नमाज नहीं हुई। शुक्रवार यानि जुमे को लोगों ने घरों में ही नमाज पढ़ी। मस्जिदें सुनसान रहीं। पेश इमाम, अजान पुकारने वाले मुअज्जिन और मस्जिद के केयरटेकर सहित कुछ ही लोगों ने मस्जिद में नमाज पढ़ी। आमतौर पर हर साल अलविदा जुमा में मस्जिदों में काफी भीड़ होती थी। दूर-दूर से लोग इस दिन नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद पहुंचते थे। पूरा मस्जिद परिसर नामजियों से भर जाता था। तमाम रोजेदार अलविदा जुमा की नमाज पढ़ने मस्जिद जाया करते थे। मस्जिदों में जगह कम पड़ जाती थी। लेकिन दो साल से अलविदा जुमा की नमा•ा मस्जिद में नहीं हो पा रही है। कांटाटोली की मस्जिद, रमजान कॉलोनी मस्जिद, कर्बला चौक की मस्जिद समेत डोरंडा, हिदपीढ़ी, कडरू आदि इलाके में मस्जिदे सुनसान रहीं। दो-चार लोगों ने ही जुमा की नमाज अदा की। बाकी सभी रोजेदारों ने अपने अपने घरों में नमाज अदा की। पुंदाग के तौसीफ खान ने बताया कि उन्होंने अपने घर में नमाज पढ़ी है और अल्लाह से दुआ की है कि कोरोना की यह बीमारी जल्द खत्म हो। हिदपीढ़ी के बुलंद अख्तर ने भी अपने घर में नमाज पढ़ कर अल्लाह से कोरोना के खात्मे की दुआ की। रमजान के आखिरी जुमा को यौमुल मुल्क उत्सव मनाया जाता है इसे लेकर लोगों ने अपने घरों में ही नमाज अदा की और एवं मूल खुद के हवाले से अल्लाह से दुआ की दुआ की गई कि फिलीस्तीन को आजादी मिले और फिलिस्तीन की आवाम को जुल्म से निजात मिले।

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