रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में राजा पीटर की जमानत पर सुनवाई टली, अब सक्षम बेंच सुनेगा मामला
Jharkhand High Court. रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में एनआइए ने राजा पीटर को गिरफ्तार किया है। इस मामले में राजा की याचिका पर हाई कोर्ट गुरुवार को सुनवाई करेगा।
रांची, राज्य ब्यूरो। पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए राजा पीटर के मामले में झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई टल गई है। गुरुवार को सुनवाई के क्रम में जस्टिस एके गुप्ता और जस्टिस राजेश कुमार की अदालत ने मामले को सक्षम बेंच में भेजने का निर्देश दिया। इस मामले में याचिका दाखिल कर राजा पीटर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निरस्त करने और जमानत देने की गुहार उच्च न्यायालय से लगाई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस हत्याकांड की जांच करते हुए राजा पीटर को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
बता दें कि तमाड़ के तत्कालीन विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड की जांच कर रही एनआइए ने पूर्व मंत्री राजा पीटर, कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन व विधायक के अंगरक्षक शेष नाथ खरवार सहित 15 अभियुक्तों पर चार्जशीट दाखिल की है। एनआइए ने कोर्ट में राजा पीटर को इस कांड का मुख्य साजिशकर्ता बताया है।
9 जुलाई 2008 को बुंडू के एसएस हाई स्कूल में एक समारोह के दौरान तमाड़ के तत्कालीन विधायक रमेश सिंह मुंडा सहित चार लोगों की हत्या कर दी गई थी। पहले रांची पुलिस और फिर सीआइडी ने इस मामले की जांच की। इसके बाद एनआइए ने 28 जून 2017 को उक्त मामले को टेकओवर किया, जिसमें प्राथमिकी दर्ज कर राष्ट्रीय जांच एजेंसी पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि पूर्व मंत्री राजा पीटर ही विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड का मास्टरमाइंड व षड्यंत्रकारी थे। राजा पीटर ने राजनीति में अपना कद बढ़ाने के लिए षड्यंत्र रचकर माओवादियों के हाथों रमेश सिंह मुंडा को रास्ते से हटवाया। इसके लिए पीटर ने माओवादियों को भारी मात्रा में नकदी व हथियार मुहैया कराया। माओवादियों की मदद से ही राजा पीटर रमेश सिंह मुंडा की हत्या के बाद तमाड़ उपचुनाव जीते और झारखंड सरकार में मंत्री बने।