Jharkhand Weather Update: झारखंड में अगले तीन दिनों तक होगी बारिश, वज्रपात की भी संभावना
Mausam Ki Jankari Jharkhand Weather Update राजधानी रांची में शनिवार को दो घंटे में 27 मिमी बारिश हुई। मेघ गर्जन के साथ कई बार वज्रपात हुआ। तेज बारिश के कारण कुछ देर के लिए पूरी रांची ठहर गयी।
रांची, जासं। रविवार को राजधानी रांची में सुबह से मध्यम दर्जे के बादल छाए हुए हैं। राज्य के मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि रविवार को भी राज्य के विभिन्न जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही कई इलाकों में वज्रपात और मेघ गर्जन की संभावन भी है। राज्य में सात जुलाई तक मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। इस दौरान हल्के से मध्यम दर्जे के बादल छाए रहेंगे। रांची में भी रविवार को मध्यम दर्जे के बादल छाए रहेंगे।
इसके साथ ही हल्की बारिश और वज्रपात की भी संभावना है। वहीं राजधानी रांची में शनिवार को झमाझम बारिश हुई। शाम साढ़े तीन बजे से साढ़े पांच बजे तक रांची में 27 मिमी बारिश रिकाॅर्ड की गई। इसके साथ ही तेज गर्जन और वज्रपात भी हुआ। तेज बारिश के कारण कुछ देर के लिए पूरी रांची ठहर गई। इतनी भारी बारिश के कारण सड़कों पर कई स्थान पर पानी जम गया। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को राज्य में मानसून सामान्य रहा। इसके कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश दर्ज की गई।
राज्य में सबसे ज्यादा बारिश रामगढ़ में 43.2 मिमी रिकाॅर्ड की गई है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि राजस्थान में एक कम दबाव का चक्रवातीय क्षेत्र बना हुआ है। इसका टर्फ लाइन नगालैंड तक फैला हुआ है। इसका असर राज्य के मौसम पर देखने के लिए मिला है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान रामगढ़ में 35.3 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया। वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान बोकारो में 22.6 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया।
वज्रपात से बचने के लिए दामिनी एप का करें इस्तेमाल
अभिषेक आनंद ने बताया कि मानसून में राज्य में बड़ी संख्या में वज्रपात होता है। ऐसे में लोगों को मौसम विभाग के द्वारा अलर्ट पर ध्यान देने की जरूरत है। इसके साथ ही अपने स्मार्ट फोन में दामिनी एप रखें। इससे वज्रपात की सटीक जानकारी मिलती है। तेज बारिश और वज्रपात में किसी सुरक्षित स्थान पर शरण लें। हरे-भरे पेड़ से दूर रहें। इसके साथ ही बिजली के खंभों से भी अलग खड़े हों।