झारखंड मुखिया संघ की राज्यपाल से मांग, मुखिया को मिले पंचायती राज की शक्तियां
Jharkhand State Mukhiya Association मुखिया संघ के प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल से मुलाकात की। राज्य में मध्य प्रदेश की तर्ज पर प्रशासकीय समिति का गठन करने का आग्रह किया। कहा कि गांव की सरकार की शक्तियां जब्त होने के बाद बिचौलिया संस्कृति हावी हो जाएगी।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड प्रदेश मुखिया संघ ने बुधवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उनका ध्यान पंचायत चुनाव टलने से उपजने वाली विसंगतियों की ओर आकृष्ट कराया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष विकास कुमार महतो के नेतृत्व में गए मुखिया संघ के प्रतिनिधियों ने इस संदर्भ में राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा। कहा, गांव की सरकार की शक्तियां समाप्त होने के बाद राज्य में बिचौलिया संस्कृति हावी हो जाएगी।
मौके पर संघ की ओर से मध्य प्रदेश की तर्ज पर प्रशासकीय समिति का गठन कर मुखिया को पंचायती राज की शक्तियां देने का भी अनुरोध किया गया। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अवधि अपने गठन की तिथि (प्रथम बैठक की तिथि) से समाप्त हो रही है और कोरोना महामारी के कारण झारखंड में पंचायत चुनाव की किसी भी तरह की तैयारी नहीं की गई है।
पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद पुन: झारखंड की ग्रामीण जनता को किसी भी प्रकार की योजना के लिए प्रखंड एवं जिला कार्यालय की दौड़ लगानी पड़ेगी। लोगों को आधार कार्ड, जाति, आवासीय व अन्य प्रमाण पत्र बनवाने के लिए दर-दर भटकना पड़ेगा। संघ की ओर से राज्यपाल से अनुरोध किया गया कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए मध्य प्रदेश की तर्ज पर प्रशासकीय समिति का गठन कर मुखिया को पंचायती राज की सभी तरह की शक्तियां मुहैया कराई जाएं ताकि आमजनों को परेशानी न हो।