Jharkhand: शिक्षकों को आफलाइन कक्षाएं लेने के लिए अब कोरोना की पहली डोज का टीका ही अनिवार्य

Jharkhand School News Jharkhand Coronavirus Vaccine Update झारखंड सरकार ने पूर्व में आफलाइन कक्षाएं लेने के लिए दोनों डोज का टीका अनिवार्य किया था। गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने अपने 31 जुलाई के आदेश में संशोधन किया है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 08:18 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 08:27 PM (IST)
Jharkhand: शिक्षकों को आफलाइन कक्षाएं लेने के लिए अब कोरोना की पहली डोज का टीका ही अनिवार्य
Jharkhand School News झारखंड सरकार ने पूर्व में आफलाइन कक्षाएं लेने के लिए दोनों डोज का टीका अनिवार्य किया था।

रांची, राज्य ब्यूरो। शिक्षकों को आफलाइन कक्षाएं लेने के लिए अब कोरोना का कम से कम पहली डोज का टीका लेना अनिवार्य होगा। झारखंड गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने अपने पूर्व के आदेश में संशोधन किया है। पहले शिक्षकों को आफलाइन कक्षाएं लेने के लिए दोनों डोज का टीका लेना अनिवार्य किया गया था। गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने 31 जुलाई को जारी अपने आदेश में संशोधन किया है। इसके तहत स्कूलों में आफलाइन कक्षाएं लेने के लिए शिक्षकों को कम से कम पहली डोज का टीका लेना अनिवार्य होगा।

इसी तरह, कालेज, आइटीआइ, पालीटेक्निक या स्किल डवलपमेंट सेंटरों में आफलाइन कक्षाएं लेने के लिए शिक्षकों को कम से कम पहली डोज का टीका लेना अनिवार्य होगा। पूर्व में इन सभी शैक्षणिक संस्थानों में कक्षाएं लेने के लिए दोनों डोज का टीका लेना अनिवार्य किया गया था। साथ ही 18 या इससे अधिक आयु वर्ग के विद्यार्थियों के लिए पहली डोज का टीका अनिवार्य किया गया है।

बता दें कि वर्तमान में स्कूलों में कक्षा नौ से बारह के लिए आफलाइन कक्षाएं शुरू की गई हैं। साथ ही कालेजों, आइटीआइ, पालीटेक्निक तथा स्किल डवलपमेंट सेंटरों में भी आफलाइन कक्षाएं शुरू हुई हैं। राज्य में अभी भी बड़ी संख्या में शिक्षकों को दोनों डोज का टीका नहीं लग सका है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने शैक्षणिक संस्थानों में कैंप लगाकर शिक्षकों का टीकाकरण करने के निर्देश सभी सिविल सर्जनों को दिए हैं।

हाई स्कूल में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया

जी एंड एच हाई स्कूल में ऑनलाइन कक्षाओं की नीरसता को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया। इस मौके पर स्पोर्ट्स फ्री और कबड्डी व वालीबॉल प्रतियोगिता आयोजित की गई। सर्वप्रथम निर्देशिका तनुजा पाणीग्रही ने खेल दिवस के अवसर पर मेजर ध्यानचंद को याद किया। उनके विषय में छात्रों को बताया। अपने प्रेरक भाषा में प्रतियोगियों का उत्साहवर्धन भी किया।

chat bot
आपका साथी