Jharkhand: कांग्रेस के विधायकों से पूछताछ की हिम्मत नहीं, महाराष्ट्र के नेताओं को नोटिस की तैयारी

Jharkhand Government News MLAs Horse Trading झारखंड में विधायकों के खरीद-फरोख्‍त मामले में कांग्रेस अपने विधायकों के साथ खड़ी हो गई है। इससे पुलिस की परेशानी बढ़ेगी। झारखंड के विधायकों से पूछताछ में राज्य पुलिस देरी कर रही है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 04:30 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 09:59 PM (IST)
Jharkhand: कांग्रेस के विधायकों से पूछताछ की हिम्मत नहीं, महाराष्ट्र के नेताओं को नोटिस की तैयारी
Jharkhand Government News झारखंड में विधायकों के खरीद-फरोख्‍त मामले में कांग्रेस अपने विधायकों के साथ खड़ी हो गई है।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में विधायकों की खरीद-फरोख्त और सरकार को गिराने की साजिश में कांग्रेस विधायकों का नाम आने के बाद शुरू में भले ही कांग्रेस ने मामले की जांच कराई, लेकिन हकीकत यह है कि कांग्रेस संगठन अपने विधायकों के साथ खड़ा हो गया है। पार्टी किसी भी तरह से मामले को तूल देने से बचने के मूड में आ गई है। बात चंद विधायकों के साजिश में शामिल होने से अलग होकर पूरी कांग्रेस पार्टी पर आ गई है। केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट भेजने के बाद प्रदेश कांग्रेस इस मामले को अब ठंडे बस्ते में डालना चाहती है।

इससे सर्वाधिक परेशानी पुलिस को होगी। पुलिस के पास दिल्ली और रांची एयरपोर्ट के सीसीटीवी के फुटेज हैं। इससे इस मामले में विधायकों की संलिप्तता साबित हो रही है। बावजूद पुलिस कुछ कर नहीं पा रही है। दूसरी ओर, मुंबई के भाजपा नेताओं को नोटिस देने के मामले पर वरीय अधिकारियों का आदेश प्राप्त हो गया है, लेकिन अभी उन्हें नोटिस नहीं भेजा गया है। झारखंड के विधायकों को लेकर अभी तक पुलिस ने कोई तैयारी नहीं की है। माना जा रहा है कि पुलिस वरीय अधिकारियों के निर्देश का इंतजार कर रही है।

विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में कांग्रेस विधायकों पर आरोप लग रहे हैं और प्रमाण भी मिलने लगे हैं, लेकिन पार्टी अब इस मामले को तूल देकर अपनी ही फजीहत नहीं करवाना चाहती है। सभी दागी विधायकों से प्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने बात की और अन्य कांग्रेस विधायकों से भी राय ली गई। सबने पूरे प्रकरण को कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश करार दिया।

विधायकों से बातचीत में यह बात भी सामने आई कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का काम नहीं होने से निचले स्तर तक नाराजगी पहुंच चुकी है। विधायकों का काम भी झारखंड में आसानी से नहीं हो रहा है। ऐसे में अब अगर कांग्रेस के विधायकों से पूछताछ हुई तो आक्रोश और बढ़ेगा। कहीं ना कहीं यही कारण है कि पुलिस विधायकों से पूछताछ नहीं कर पा रही है। 

विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में एसआइटी ने सौंपी रिपोर्ट, हुई समीक्षा

सरकार के खिलाफ साजिश, विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में जांच लगातार आगे बढ़ रही, लेकिन पुलिस की चुप्पी बरकरार है। खबर है कि इस मामले की जांच के लिए गठित एसआइटी ने अपनी शुरुआती जांच रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में साजिशकर्ताओं के नाम, खरीद-फरोख्त में शामिल लोग और संपर्क में रहे एक दर्जन लोगों की संलिप्तता की बात सामने आई है। अब सभी पर कार्रवाई के लिए आगे की रणनीति बन रही है।

मामले की जांच के लिए गठित एसआइटी में शामिल चारों अलग-अलग टीमों ने अपनी रिपोर्ट सौंपी है। इसमें रांची में छापेमारी से लेकर दिल्ली और महाराष्ट्र तक के लिंक खंगाले गए। इसके लिए चार अलग-अलग टीमें बनी थीं। चारों को अलग-अलग जांच की जिम्मेवारी मिली थी। शुरुआती चरण में मिली जिम्मेवारी के अनुसार सभी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इसपर मामले के मुख्य अनुसंधानक ने समीक्षा की। समीक्षा के आधार पर आगे के अनुसंधान की रूपरेखा भी तय की गई।

इनसे होगी पूछताछ

एसआइटी की जांच में सामने आए महाराष्ट्र के भाजपा नेता चंद्रशेखर राव बवनकुले और चरण सिंह के अलावा होटल लीलैक में ठहरने वाले जय कुमार बेलखेड़े, मोहित भारतीय, आशुतोष ठक्कर, अमित कुमार यादव को नोटिस भेजकर उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा। इस खरीद-फरोख्त के मामले में पत्रकार कुंदन कृतज्ञ और संतोष कुमार के नाम भी सामने आए हैं। इनके अलावा अन्य संदिग्धों की भूमिका भी खंगाली जा रही है। उनसे भी पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई होगी।

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