UGC guidelines 2020: यूजीसी का फैसला, तमाम परीक्षाएं अब सितंबर में, झारखंड के छात्रों को राहत; देखें गाइडलाइन व कैलेंडर

UGC Guidelines For University Exams 2020 अकादमिक कैलेंडर के साथ ही यूजीसी ने साेमवार को संशोधित दिशानिर्देश जारी किया है। अब छात्र स्‍पेशल एग्‍जाम भी दे सकेंगे।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 11:26 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 08:35 AM (IST)
UGC guidelines 2020: यूजीसी का फैसला, तमाम परीक्षाएं अब सितंबर में, झारखंड के छात्रों को राहत; देखें गाइडलाइन व कैलेंडर
UGC guidelines 2020: यूजीसी का फैसला, तमाम परीक्षाएं अब सितंबर में, झारखंड के छात्रों को राहत; देखें गाइडलाइन व कैलेंडर

रांची, जेएनएन। UGC Guidelines For University Exams 2020, ugc university exams स्‍नातक और स्‍नातकोत्‍तर छात्रों को यूजीसी ने बड़ी राहत दी है। अब छात्रों को अपनी परीक्षाओं की तैयारी के लिए करीब दो महीने का अतिरिक्‍त वक्‍त मिल गया है। तमाम परीक्षाएं अब सितंबर में होंगी। कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग ने सोमवार को बड़ा फैसला किया। 29 अप्रैल को जारी किए गए दिशानिर्देश से इतर यूजीसी की ओर से नई गाइडलाइन के साथ ही अकादमिक कैलेंडर भी जारी किया गया है।

सभी विश्‍वविद्यालयों के लिए अकादमिक कैलेंडर जारी करते हुए आयोग ने स्‍पेशल एग्‍जाम की अनु‍मति भी दी है। किसी भी कारण से अगर किसी छात्र की सितंबर में होने वाली परीक्षा छूट जाती है, इसके लिए अलग से प्रावधान करते हुए यूजीसी ने विश्‍वविद्यालयों और कॉलेजों को विशेष परीक्षा लेने के निर्देश दिए हैं। यह परीक्षा 2019-2020 शैक्षणिक वर्ष में कभी भी ली जा सकती है।

यूजीसी की नई गाइडलाइन के मुताबिक महामारी के मद्देनजर विश्वविद्यालयों के लिए परीक्षाओं और अकादमिक कैलेंडर पर संशोधित दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने परीक्षा और अकादमिक कैलेंडर से संबंधित मुद्दों के बारे में विचार-विमर्श करने और सिफारिश करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। इस समिति की रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा और शैक्षणिक कैलेंडर पर दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।

यहां देखें यूजीसी की गाइडलाइन टर्मिनल सेमेस्टर (अंतिम)/अंतिम वर्ष  की परीक्षाएं विश्वविद्यालयों/संस्थानों द्वारा सितंबर, 2020 में ऑफ़लाइन (पेन एंड पेपर)/ऑनलाइन / मिश्रित (ऑनलाइन+ऑफलाइन) मोड से आयोजित की जानी चाहिए। टर्मिनल सेमेस्टर/अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए बैकलॉग होना अनिवार्य है, जिनका व्यवहार्यता और उपयुक्तता के अनुसार ऑफलाइन (पेन और पेपर)/ऑनलाइन/मिश्रित (ऑनलाइन+ऑफलाइन) मोड में परीक्षा आयोजित करके मूल्यांकन किया जाना चाहिए।  यदि टर्मिनल सेमेस्टर/अंतिम वर्ष का छात्र विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पाता है, तो इसका कारण क्या हो सकता है, उसे ऐसे पाठ्यक्रम के लिए विशेष परीक्षाओं में उपस्थित होने का अवसर दिया जा सकता है। विशेष परीक्षा, विश्वविद्यालय द्वारा और जब संभव हो संचालित किया जा सकता है, ताकि छात्रों को किसी भी असुविधा/नुकसान न उठाना पड़े। उपरोक्त प्रावधान केवल वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए एक बार के उपाय के रूप में लागू होगा।  इंटरमीडिएट सेमेस्टर/वर्ष परीक्षा के बारे में 29 अप्रैल को जारी दिशानिर्देश अपरिवर्तित रहेंगे।  विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में प्रवेश और शैक्षणिक कैलेंडर अलग से जारी किए जाएंगे। एडमिशन से संबंधित प्रासंगिक विवरण 29 अप्रैल, 2020 को जारी पूर्व दिशानिर्देशों में उल्लिखित के स्थान पर अलग से जारी किए जाएंगे।

chat bot
आपका साथी