E-Pass Jharkhand: एक दिन में बने एक लाख ई-पास, आप भी जानें ये आसान तरीका...
Jharkhand E-Pass एक दिन में एक लाख ई-पास बन गए हैं। झारखंड में लॉकडाउन की सख्ती आज से शुरू हो रही है। इस लिहाज से धड़ाधड़ ई-पास बनवाए जा रहे हैं। इस बार ई-पास बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया बेहद आसान और सरल रखी गई है। यहां देखें...
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand E-Pass झारखंड में एक दिन में एक लाख ई-पास बन गए हैं। झारखंड में लॉकडाउन की सख्ती आज 16 मई से शुरू हो रही है। इस लिहाज से धड़ाधड़ ई-पास बनवाए जा रहे हैं। इस बार ई-पास बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया बेहद आसान और सरल रखी गई है। आसानी से बन रहे ई-पास का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि पोर्टल शुरू होने के पहले ही दिन ई-पास का एक लाख का आंकड़ा पार कर गया है। सरकार ने इस बार ऑनलाइन आवेदन से लेकर ई-पास निर्गत करने की प्रक्रिया को बहुत ही सरल बनाया है।
बता दें कि झारखंड में लॉकडाउन में शहर के अंदर, एक जिला से दूसरा जिला या फिर राज्य से बाहर आवागमन के लिए ई-पास बनाने की प्रक्रिया शनिवार को शुरू की गई है। पहले दिन शाम तक एक लाख से अधिक ई-पास निर्गत किए जा चुके हैं। रविवार से झारखंड में लाॅकडाउन के नियम बेहद सख्त होंगे, बिना पास के घर से निकलना मुश्किल होगा। बाइक से लेकर कार तक के लिए ई-पास अनिवार्य है। जिनके पास ई-पास नहीं होगा उनपर एफआइआर दर्ज की जा सकती है। आज से दूसरे राज्यों और राज्य के एक जिले से दूसरे जिले के लिए बसें भी बंद हो गई है। चेकपोस्ट पर सघन चेकिंग की जा रही है।
ऐसे बनाएं ई-पास, यहां देखें स्टेप बाइ स्टेप
epassjharkhand.nic.in पर लॉग इन करें अपना मोबाइल नंबर भरकर ओटीपी प्राप्त करें वेरीफिकेशन के बाद जरूरी जानकारी दर्ज करें अपने पहचान संबंधी कोई एक प्रमाणपत्र अपलोड करें ड्राइविंग लाइसेंस, पैन नंबर, आधार नंबर पहचान पत्र के तौर पर जमा करें इसके बाद फार्म सब्मिट कर दें फॉर्म जमा होते ही दूसरी ओर से पास निर्गत हो जाएगामाल-परिवहन, अंतरराज्यीय आवागमन रोकने पर पुलिस मुख्यालय गंभीर
पुलिस मुख्यालय से शनिवार को डीजीपी नीरज सिन्हा ने सभी जिलों के एसएसपी-एसपी, रेंज डीआइजी व जोनल आइजी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। वीडियो कांफ्रेंसिंग का मुद्दा 16 मई से शुरू हो रहे स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान राज्य सरकार से जारी पाबंदियों का सख्ती से अनुपालन कराना था। डीजीपी ने सभी जिलों को यह निर्देश दिया है कि राज्य में माल-परिवहन, अंतरराज्यीय आवागमन पर रोक नहीं है। अगर इसमें बाधा पहुंचाई गई तो पुलिस मुख्यालय इसे गंभीरता से लेगा।
बैठक में डीजीपी ने सभी जिलों से उनके चेक पोस्ट, चेकिंग व्यवस्था और राज्य सरकार के दिशा-निर्देश के अनुपालन में आ रही परेशानियों की जानकारी ली। इसके लिए सभी जिलों में अतिरिक्त बल की प्रतिनियुक्ति भी की गई है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान पुलिस मुख्यालय में डीजीपी के अलावा एडीजी मुख्यालय सह अभियान आरके मल्लिक, आइजी अभियान अमोल वी. होमकर, डीआइजी झारखंड जगुआर अनूप बिरथरे व डीआइजी पंकज कंबोज उपस्थित थे।
बैठक में डीजीपी ने जो सुझाव दिया - सभी आपातकालीन संकट के दौर से गुजर रहे हैं। इसमें पुलिस संगठन के सभी पदाधिकारी व कर्मी को अपने कार्य सामान्य से बहुत अधिक मेहनत व लगन से करने हैं, इसके अलावा सरकार के अन्य अंगों को भी उनके कार्यों में अपेक्षित सहयोग करना है। - 16 मई से शुरू हो रहे स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में जारी निर्देश का अनुपालन पुलिस संगठन को ही सुनिश्चत करना है। इसके बावजूद अगर आदेश के संबंध में कोई शंका उत्पन्न हो तो अविलंब जिला उपायुक्त से इसका निराकरण कराकर अनुपालन सुनिश्चित कराएं। - माल परिवहन से संबंधित वाहन के आवागमन व अंतरराज्यीय आवागमन पर कोई रोक नहीं है। इन्हें बाधा नहीं पहुंचने देना है। बाधा पहुंचने पर पुलिस मुख्यालय गंभीरता से लेगा। - पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारी, हाट-बाजार के संचालकों से अविलंब बातचीत कर उनसे ग्रामीण क्षेत्रों के हाट-बाजार में सरकार के दिशा-निर्देश का पालन कराएं। - आम नागरिकों को बिना ई-पास के वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने संबंधित नियमों का पालन, आम जनता को शारीरिक दूरियां बनाए रखने सहित आवश्यकतानुसार सार्वजनिक स्थलों पर मास्क का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए जागरूक करें।