बिहार से चोरी-छिपे रांची आ रहीं बसें, धर-पकड़ के लिए 3 अधिकारी प्रतिनियुक्त Ranchi News
Jharkhand News सरकार ने आठ नवंबर से बसों के परिचालन की घोषणा कर रखी है। परिवहन सचिव के आदेश पर डीटीओ ने बुधवार की देर रात रांची के बूटी मोड़ से ओरमांझी टोल नाका तक बसों की पड़ताल की।
रांची, जासं। अंतरराज्यीय बसों का परिचालन पूरी तरह से रोकने और चोरी-छिपे राजधानी रांची में दूसरे राज्यों से आ रही बसों की धर पकड़ करने के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी कार्यालय और जिला प्रशासन पूरी तरह सजग है। चोरी-छिपे बिहार की राजधानी पटना सहित अन्य जिलों से रांची आ रही बसों की धर-पकड़ करने के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी प्रवीण कुमार प्रकाश ने बूटी मोड़ पर मोटरयान निरीक्षक मुकेश कुमार को, लिपिक मानिक चंद्र दास को कंप्यूटर ऑपरेटर सुशांत कुमार व अभय कुमार के साथ धुर्वा बस पड़ाव पर और लिपिक ओम प्रकाश को कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक कुमार व दिनेश कुमार के साथ खादगड़ा बस पड़ाव पर प्रतिनियुक्त किया है।
ये सभी लोग लगातार निगरानी करेंगे और सूचना जिला परिवहन पदाधिकारी को देंगे। उल्लेखनीय है कि परिवहन सचिव के आदेश पर डीटीओ ने बुधवार की देर रात बूटी मोड़ से ओरमांझी टोल नाका तक बसों की पड़ताल की। इस दौरान 16 बसों की जांच की गई। पटना जा रही तीन बसें पकड़ी गईं। उन्हेंं सीज कर दिया गया है। एक बस से 10 हजार रुपये जुर्माना वसूला वसूला गया है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार की रोक के बावजूद रांची से पटना के बीच बसों का आवागमन हो रहा है। बूटी मोड़ पर पेट्रोल पंप के आसपास बसें खड़ी होती हैं और यहीं से रवाना होती हैं। परिवहन सचिव ने कई बार डीटीओ को इन बसों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इसके बाद डीटीओ प्रवीण प्रकाश के नेतृत्व में बूटी मोड़ से खेल गांव तक छापेमारी कर बसों की धर-पकड़ शुरू की गई।
गौरतलब है कि राज्य सरकार की रोक के बावजूद बस संचालक रांची से पटना समेत दूसरे प्रदेशों के कई शहरों के लिए बसें चला रहे हैं। राज्य सरकार ने कोरेना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए अंतरराज्यीय बसों के परिचालन पर अभी रोक लगा रखी है। सरकार ने कहा है कि आठ नवंबर से अंतरराज्यीय बसों का परिचालन शुरू होगा। लेकिन बस संचालक धैर्य का परिचय नहीं दे रहे हैं। उधर, बस संचालक लंबे समय से बस परिचालन की मांग करते आ रहे हैं।