Jharkhand Lockdown: झारखंड में लग सकता है संपूर्ण लॉकडाउन... जानें क्या है तैयारी?
Jharkhand Lockdown Dhara 144 in Jharkhand Jharkhand News कोरोना वायरस महामारी का दूसरा चरण देशभर में घातक हो गया है। झारखंड में हालात बेकाबू हो रहे हैं। संक्रमण से हो रही मौतों के मामले में तमाम रिकॉर्ड टूट गए हैं। संभव है झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया जाए।
रांची, जेएनएन। Jharkhand Lockdown, Dhara 144 in Jharkhand, Jharkhand News कोरोना वायरस महामारी का दूसरा चरण देशभर में घातक हो गया है। झारखंड में भी हालात बेकाबू हो रहे हैं। संक्रमण से हो रही मौतों के मामले में तमाम रिकॉर्ड टूट गए हैं। संभव है झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया जाए। इस बीच सरकार ने कई बड़े अधिकारी संक्रमण रोकने मेें लगाए हैं।
मंत्री बन्ना गुप्ता ने दिया संपूर्ण लॉकडाउन का संकेत
झारखंड में संपूर्ण लॉकडाउन लगाया जा सकता है के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि इस पर राज्य सरकार अभी विचार कर रही है। आपदा प्रबंधन विभाग के साथ सीएम हेमंत सोरेन खुद ही इस मामले को देख रहे हैं। जल्द ही लॉकडाउन पर फैसला हो जाएगा। अभी धारा 144 के साथ रात 8 बजे के बाद कड़ी पाबंदियां लगायी गयी हैं। लोगों को अनावश्यक भीड़भाड़ से बचने की हिदायत दी गयी है।
स्वास्थ्य सेवाएं लचर, इलाज के लिए तड़प रहे कोरोना मरीज
इससे पहले कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि लोगों की जान जा रही है और मंत्री बयान देते फिर रहे हैं। इरफान ने सीएम हेमंत सोरेन से स्वास्थ्य विभाग की मॉनिटरिंग करने का आग्रह किया था। इधर रांची में सड़क पर चलते-चलते 3 लोगों की तड़प-तड़पकर मौत हो जाने के बाद झारखंड हाई कोर्ट ने भी हेमंत सरकार पर सख्त टिप्पणी की है। उच्च न्यायालय ने कहा कि लोग मर रहे हैं, लेकिन सरकार मूर्ति बन गई है। कोरोना से झारखंड में भयावह स्थिति का जिक्र करते हुए अदालत ने चेताया कि समय रहते अगर बेहतर प्रबंधन नहीं किया तो लोगों का आक्रोश भड़क जाएगा।
संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी
झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के ताजा सूरत ए हाल की बात करें तो पूरे देश की तर्ज पर यहां भी संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना के दूसरी लहर में नए स्ट्रेन के मिलने के बाद महामारी की प्रकृति में भारी बदलाव देखा जा रहा है। हालांकि, सरकार ने इस पर फौरी नियंत्रण के लिए पूरे राज्य में धारा- 144 लागू किया है, रात में 8 बजे के बाद कड़ी पाबंदियां लागू की हैं, लेकिन सड़कों पर भीड़भाड़ में कमी नहीं हो रही है। नतीजतन नए इलाकों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
टीका लेने पर भी संक्रमित होनेवाले लोगों के सैंपल की होगी जीनोम सिक्वेसिंग
राज्य सरकार ने झारखंड में कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने के बाद उन व्यक्तियों के सैंपल की भी जीनोम सिक्वेंसिंग कराने का निर्णय लिया है जो कोरोना का टीका लेने के बावजूद संक्रमित होंगे। साथ ही कोरोना से मरनेवाले लोगों के भी आरटी-पीसीआर सैंपल की सिक्वेसिंग कराई जाएगी। जीनोम सिक्वेसिंग के लिए सैंपल भुवनेश्वर स्थित रीजनल जीनोम सिक्वेसिंग लेबोरेट्री भेजी जाएगी। राज्य सरकार की सोच है कि राज्य में कोरोना के नए किस्म की पहचान समय पर हो सके ताकि उसके अनुरूप रणनीति तैयार की जा सके।
पिछले साल से भी बुरे हैं हालात
झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के हालात ऐसे ही बने रहे तो इस पर नियंत्रण तो दूर, कोरोना मरीजों की रिकवरी के लिए अस्पतालों में किए जा रहे प्रयासों को भी तगड़ा झटका लगेगा। रांची में जहां हर अस्पताल में बेड फुल हैं, वहीं श्मशान घाट में कोरोना से मरने वालों के शवों की लंबी कतार लगी है। मरने के बाद भी उन्हें मुक्ति का इंतजार है। राज्य में पिछले वर्ष से भी बुरे हालात बनते दिख दे रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर के अधिक घातक होने के कारण मौतों का सिलसिला जारी है।
अगले 10 दिनों में दोगुने कोरोना संक्रमितों का अनुमान
सरकार के स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण पर नियंत्रण के लिए भले ही तमाम उपाय किए जाने का दावा हो, लेकिन स्वास्थ्य विभाग एक-दो दिनों में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या और तेजी से बढ़ने का अनुमान लगा रहा है। अगले 10 दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुने से अधिक हो सकती है। राज्यभर में अभी 15000 से अधिक कोरोना वायरस संक्रमित मरीज हैं। जिनकी रिकवरी रेट भी घट गई है। साथ ही मौत की दर भी एकाएक काफी बढ़ गई है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अगले सप्ताह तक राजधानी रांची में 11 हजार लोग कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। जबकि प्रदेश के पूर्वी सिंहभूम में संक्रमितों का आंकड़ा 3 हजार तक पहुंच सकता है। धनबाद, बोकारो, दुमका, रामगढ़, चतरा, हजारीबाग, जामताड़ा, गुमला, पलामू, कोडरमा आदि जिलो में भ कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या आश्चर्यजनक रूप से बढ़ सकती है।
आइएएस अधिकारी भुवनेश प्रताप स्वास्थ्य विभाग में प्रतिनियुक्त
आइएएस अधिकारी भुवनेश प्रताप सिंह को भी स्वास्थ्य विभाग में प्रतिनियुक्त किया गया है। वे अपने कार्यों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के काम देखेंगे। पूरे राज्य में होम आइसोलेशन से संबंधित कार्यों के लिए वे जवाबदेह होंगे। उन्हें स्वास्थ्य विभाग के सचिव के समक्ष योगदान देना होगा जिसके बाद वे पूरे राज्य में होम आइसोलेशन से संबंधित कार्यों के अनुवीक्षण तथा तत्संबंधी अग्रतर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग की अधिसूचना के मुताबिक अपनी प्रतिनियुक्ति के दौरान वे प्राथमिक शिक्षा विभाग के निदेशक का काम भी देखते रहेंगे।
कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराने को बरतें सख्ती, त्योहारों में भीड़ न लगे, इसका रखें ध्यान
पुलिस मुख्यालय से बुधवार को डीजीपी नीरज सिन्हा ने सभी जिलों के एसएसपी-एसपी, रेंज डीआइजी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। डीजीपी ने अपने अधीनस्थ सभी अधिकारियों को यह निर्देशित किया कि कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करवाएं और त्योहारों में सड़क पर भीड़ नहीं जुटे, इसका ख्याल रखें। डीजीपी ने निर्देश दिया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए केंद्र व राज्य सरकार से निर्गत दिशा-निर्देश का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करें।
डीजीपी ने कहा कि आम लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए नियमों का पालन करने के लिए जागरूक भी करें। समझाने के बावजूद जान-बूझकर नियमों की अनदेखी करने वालों के विरुद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई करें। पुलिसकर्मियों केा भी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए पूर्व में जारी दिशा-निर्देश का पूरी तरह पालन कराने को कहा गया है। पुलिस केंद्रों व थाना परिसरों तथा बैरकों को सैनिटाइज कराने के लिए भी निर्देश जारी किया गया। डीजीपी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में पुलिस मुख्यालय से आइजी अभियान अमोल वी. होमकर, डीआइजी रांची पंकज कंबोज उपस्थित रहे।
राप्रसे के 11 अधिकारियों की अतिरिक्त सेवा स्वास्थ्य विभाग को
कोविड-19 के प्रसार और समय-समय पर इससे संबंधित निर्देशों के अनुपालन के लिए राज्य प्रशासनिक सेवा के 11 अफसरों की प्रतिनियुक्ति स्वास्थ्य विभाग में कर दी गई है। इसको लेकर कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग ने अधिसूचना भी जारी कर दी है। जिन अधिकारियों के अतिरिक्त सेवा स्वास्थ्य विभाग को दी गई है उनमें नगर विकास विभाग के संयुक्त सचिव अरविंद कुमार मिश्र, झारखंड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार के क्षेत्रीय निदेशक समेत तमाम विभागों के संयुक्त सचिव और अवर सचिव स्तर के अधिकारी हैं।
इन अधिकारियों के नाम इस प्रकार है : अरविंद कुमार मिश्र, अजय कुमार सिंह, विजय कुमार गुप्ता, अभय नंदन अंबष्ठ, ओनिल क्लेमेंट ओड़ैया, असीम किस्पोट्टा, रविशंकर विद्यार्थी, राजेश्वर नाथ आलोक, रविशंकर, संजय कुमार और राजेश कुमार। शुरुआत आठ अधिकारी स्वास्थ्य विभाग के सचिव के समक्ष अपनी सेवा देंगे जबकि शेष रांची डीसी के कार्यालय में योगदान देंगे।