MGNREGA: मनरेगा के कृषि सेक्टर में 98 फीसद राशि खर्च कर झारखंड अव्वल

मनरेगा के कृषि सेक्टर में खर्च करने में झारखंड पहले पायदान पर है। इससे इतर तेलंगाना दूसरे और लक्षद्वीप तीसरे स्थान पर है जबकि पड़ोसी राज्य बिहार का स्थान इस मामले में 17वां हैं।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Thu, 31 Oct 2019 07:12 AM (IST) Updated:Thu, 31 Oct 2019 07:12 AM (IST)
MGNREGA: मनरेगा के कृषि सेक्टर में 98 फीसद राशि खर्च कर झारखंड अव्वल
MGNREGA: मनरेगा के कृषि सेक्टर में 98 फीसद राशि खर्च कर झारखंड अव्वल

रांची, राज्य ब्यूरो। मनरेगा के कृषि सेक्टर में खर्च करने में झारखंड पहले पायदान पर है। इससे इतर तेलंगाना दूसरे और लक्षद्वीप तीसरे स्थान पर है, जबकि पड़ोसी राज्य बिहार का स्थान इस मामले में 17वां हैं। ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से जारी हालिया रैंकिंग से यह स्पष्ट हुआ है। मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार झारखंड ने कृषि क्षेत्र की राशि का 97.72 फीसद हिस्सा खर्च कर यह मुकाम हासिल किया है। ग्रामीण विकास विभाग का मानना है कि मनरेगा के तहत कृषि क्षेत्र में हुई परिसंपत्तियों के निर्माण से कृषि आधारित आजीविका के साधन विकसित होंगे, जिसका प्रत्यक्ष लाभ यहां के किसानों और युवाओं को मिलेगा।

विभाग का दावा है कि बहरहाल राज्य की 38 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि में से 25-26 लाख हेक्टेयर में ही खेती हो पा रही है। शेष बेकार पड़ी है। कृषि विभाग ने इसे देखते हुए हर साल कम से कम एक लाख हेक्टेयर परती भूमि को खेती योग्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें मनरेगा और कृषि विकास की ग्रामीण विकास और कल्याण विभाग की कंवर्जन आधारित योजनाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

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