शिक्षक नियुक्ति मामले में झारखंड हाई कोर्ट ने सरकार व JSSC से मांगा जवाब
Jharkhand High Court Jharkhand News इस मामले में अगली सुनवाई पांच जुलाई को होगी। इस संबंध में उमाशंकर कुशवाहा ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इधर एडवोकेट प्रोटेक्शन के प्रारूप के लिए समिति बनाई गई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। हाई कोर्ट के जस्टिस डाॅ. एसएन पाठक की पीठ में प्रशिक्षित स्नातकोत्तर शिक्षक नियुक्ति को लेकर दाखिल याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद अदालत ने राज्य सरकार और झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को पूरक शपथ पत्र दाखिल करने का निर्देश दिया। अदालत ने पूछा है कि यदि कोई एक सत्र में दो डिग्री हासिल करता है तो वह वैध क्यों नहीं है। इस मामले में अगली सुनवाई पांच जुलाई को होगी। इस संबंध में उमाशंकर कुशवाहा ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। सुनवाई के दौरान जेएसएससी की ओर से अदालत को बताया गया कि प्रार्थी की नियुक्ति की अनुशंसा की गई थी। लेकिन सरकार ने उनकी नियुक्ति नहीं की। प्रार्थी ने सत्र 2009-2010 में बीएड और 2009-2011 एमएमसी की डिग्री हासिल की थी।
एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट के प्रारूप के लिए बनी समिति
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में अधिवक्ताओं के साथ लगातार हो रही अप्रिय घटनाओं को गंभीरता से लिया है। इसी के तहत अपनी बैठक में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट के प्रारूप को तय करने के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया है। इसमें बार काउंसिल ऑफ इंडिया में झारखंड के सदस्य प्रशांत कुमार सिंह को भी समिति का सदस्य बनाया गया है। समिति में बार काउंसिल ऑफ इंडिया के एस प्रभाकरन, देवी प्रसाद ढाल, सुरेश चंद्र श्रीमाली, शैलेंद्र दुबे, ए रामी रेड्डी, नाथ त्रिपाठी, और प्रशांत कुमार सिंह शामिल है। समिति के गठन पर राज्य बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन राजेश कुमार शुक्ला ने बीसीआइ के चेयरमैन मनन मिश्रा का आभार जताया है।
झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन ने दैनिक जागरण का जताया आभार
झारखंड की 54 शाखाओं का नेतृत्व करने वाली झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन की केंद्रीय कमेटी के अध्यक्ष राकेश कुमार पांडेय ने दैनिक जागरण के मिशन ऑक्सीजन व सर्व धर्म प्रार्थना सभा के भव्य आयोजन पर आभार जताया है। उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण परिवार मानव जीवन को बचाने के लिए मिशन ऑक्सीजन के तहत पौधरोपण कार्यक्रम चला रहा है। इसके अलावा वैश्विक महामारी कोरोना से मृत लोगों को श्रद्धांजलि देकर जागरण ने एक मिसाल कायम की है।