मैट्रिक में 98% अंक लाने वाले छात्र की दोनों किडनी खराब, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने मेडिका में कराया भर्ती, बोले- विभाग उठाएगा खर्च

Jharkhand Board 10th Exam झारखंड के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बन्‍ना गुप्‍ता ने कहा कि जितना हो सकेगा उतना सरकारी लाभ भी दिया जाएगा। बच्‍चे के माता-पिता किडनी डोनेट करने के लिए तैयार हैं। नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ एके वैद्य किडनी प्रत्यारोपण करेंगे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 05:11 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 12:15 PM (IST)
मैट्रिक में 98% अंक लाने वाले छात्र की दोनों किडनी खराब, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने मेडिका में कराया भर्ती, बोले- विभाग उठाएगा खर्च
मेधावी छात्र व उसके माता-पिता के साथ स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बन्‍ना गुप्‍ता।

रांची, जासं। झारखंड राज्य का एक अव्वल छात्र किडनी की समस्या से पीड़ित होकर किडनी ट्रांसप्लांट के इंतजार में है। इसी साल मैट्रिक की परीक्षा में बीआरएल डीएवी, चंद्रपुरा से पढ़ाई कर 97.8 प्रतिशत अंक लाकर अपने माता-पिता का नाम रोशन करने वाले 16 वर्षीय निकित निश्चल की दोनों किडनी खराब हो चुकी है। बोकारो जिले में दो बार डायलिसिस करने के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए रांची भेजा गया है।

आर्थिक रूप से कमजोर परिवार मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं। मामले की सूचना मिलते ही बेरमो विधानसभा के विधायक रहे स्वर्गीय राजेन्द्र प्रसाद के बेटे व इंटक के महासचिव अनूप सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया। इसके बाद गुरुवार को मंत्री बन्ना गुप्ता ने मरीज को मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया। खुद भी मेडिका की जांच लैब पहुंचे और बच्चे व उसके माता पिता से मुलाकात की।

इस दौरान उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को मरीज के बेहतर इलाज से संबंधित दिशा-निर्देश दिए। बन्ना गुप्ता ने कहा कि 16 वर्षीय निकित एक मेधावी छात्र है। इसकी दोनों किडनी पूरी तरह खराब हो चुकी है। इलाज से लेकर किडनी ट्रांसप्लांट तक का पूरा खर्च स्वास्थ्य विभाग उठाएगा। वहीं जितना हो सकेगा, उतना सरकारी लाभ भी दिया जाएगा। बन्ना गुप्ता ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया है कि इलाज में किसी भी तरह की कोताही ना बरती जाए।

डॉ एके वैद्य की देखरेख में होगा इलाज, किडनी देने के लिए माता-पिता तैयार

इधर, मेडिका के जनसंपर्क अधिकारी आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ एके वैद्य की देखरेख में निकित निश्चल का किडनी ट्रांसप्लांट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि किडनी डोनर को लेकर परेशानी थी, लेकिन उसके माता-पिता ही किडनी डोनेट करने के लिए तैयार हैं।

जांच समेत अन्य प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिनकी किडनी मैच होगी, उनकी किडनी बच्चे में ट्रांसप्लांट किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री की पहल के बाद मेडिका अस्पताल में निकित का इलाज शुरू कर दिया गया है। इस दौरान मेडिका अस्पताल के वाइस प्रेसिडेंट अनिल कुमार भी मौजूद रहे।

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