मुखिया हुए जागरुक तो गांव हुआ कोरोना मुक्त, 7 दिन का क्वारंटाइन व घर से निकलने पर लगाई पाबंदी
Jharkhand Samachar Gumla Corona Update गुमला जिले के पुगू पंचायत के मुखिया की सक्रियता से गांव में कोरोना के संक्रमण को लगभग रोक दिया है। गिलोय का सेवन करने व हरी साग सब्जी गर्म पानी पीने व नींबू का सेवन करने की हिदायत दी गई।
गुमला, [गुरदीप राज]। Jharkhand Samachar, Gumla Corona Update गुमला जिले के बिशुनपुर, बसिया, चैनपुर सहित कई प्रखंड के दर्जनों गांवों में लगातार हो रही मौत के कारण गांवों में दहशत का माहौल है। गांव वालों की जिद के आगे प्रशासन बौना साबित हो रहा है और स्वजनों के आंखों के सामने ही अपनों की मौत हो रही है। इससे इतर गुमला के पुगू पंचायत के मुखिया बुद्धु टोप्पो की सक्रियता के कारण उनके गांव में एक भी ग्रामीण कोरोना संक्रमित नहीं हुआ है और न ही ग्रामीणों को किसी तरह की सर्दी, खांसी व बुखार की शिकायत है। कोरोना की दूसरी लहर जैसे ही शुरू हुई, इसी गांव के दो लोग बीमार पड़ गए। जांच कराया गया तो कोरोना संक्रमित मिले। तब क्या था। मुखिया ने बिना लापरवाही बरते तुरंत ही दोनों का इलाज कराया और दोनों की रिपोर्ट दस दिन में निगेटिव आ गई।
गांव में बैठक
दो लोगों के बीमार पड़ने के बाद गांव में मुखिया ने बैठक की और सभी को अपने-अपने घरों में रहने का निर्देश दिया। बहुत ज्यादा जरूरी न हो तो घर से निकलने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई। यानी मिनी लॉकडाउन, मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया, ताकि गांव में अगर संक्रमण हो तो वह खत्म हो जाए। इसके साथ ही गिलोय का सेवन करने व हरी साग सब्जी, गर्म पानी पीने व नींबू का सेवन करने की हिदायत दी गई। मुखिया के आदेश का पालन ग्रामीण करने लगे। इसके कारण अभी गांव का हर एक ग्रामीण पूरी तरह से स्वस्थ है।
मुखिया ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
मुखिया ने अपने स्तर से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया और गांव के हर चौक-चौराहों व जगह-जगह मुखिया ने खुद के मोबाइल नंबर का पोस्टर चस्पा किया, ताकि गांव में किसी को भी कोई समस्या हो तो तुरंत उन्हें फोन करें। पुगू गांव की आबादी करीब छह हजार है। इस आबादी में करीब छह सौ लोगों का टीकाकरण मुखिया की पहल पर हुआ। चूंकि वैक्सीन की कमी के कारण कई लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हो पाया लेकिन 14 मई से फिर से इस गांव के स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा और गांव के सभी लोगों का वैक्सीनेशन होगा। मुखिया ने खुद भी वैक्सीनेशन का दोनों डोज ले लिया है।
बाहरी लोगों की रहने की अलग व्यवस्था
प्रवासी मजदूरों व बाहरी लोग गांव में प्रवेश नहीं कर सकते है। उन्हें गांव में प्रवेश करने से पहले गांव के पंचायत भवन में रुककर क्वारंटाइन होना होगा। उसके बाद ही वे गांव में प्रवेश कर सकते हैं। ऐसी व्यवस्था मुखिया ने गांव में बनाई है।
'मेरे गांव के ग्रामीण मेरे परिवार का हिस्सा हैं। इस कारण उनकी सुरक्षा पहले है। मेरे गांव में एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं है। मैं खुद भी गिलोय के काढ़ा का सेवन करता हूं और गांव वालों को गिलोय पीने, गर्म पानी पीने व घर में रहने की हिदायत दी गई है। गांव के छह सौ लोगों ने वैक्सीनेशन कराया है। जल्द ही 18 वर्ष से ऊपर सभी लोगों का वैक्सीनेशन होगा।' -बुद्धु टोप्पो, मुखिया, पुगू पंचायत।