झारखंड में नगर निकाय चुनाव की सरगर्मी तेज, राजभवन से हरी झंडी मिलने के बाद आगे बढ़ेगी सरकार
Jharkhand Municipal Election निकाय चुनाव दलगत आधार पर नहीं होगा। दलगत आधार पर चुनाव नहीं कराने के कैबिनेट के फैसले पर राजभवन की स्वीकृति जरूरी है। शुरू में कोविड के कारण भी कार्यक्रम टला था। अब नए तरीके से चुनाव को लेकर तैयारियां चल रही हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। पंचायत चुनाव की तैयारी कर लेने के साथ ही राज्य में नगर निकायों के चुनाव को लेकर भी सरगर्मी बढ़ गई है। फिलहाल धनबाद, चास और देवघर नगर निगम के साथ-साथ कुछ अन्य निकायों में भी चुनाव होने हैं और इससे संबंधित तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं। राज्य सरकार को इस मामले में राजभवन की स्वीकृति का इंतजार है। स्वीकृति के लिए नगर विकास विभाग से फाइल राजभवन भेजा गया है।
राज्य कैबिनेट ने निर्णय लिया था कि प्रदेश में दलगत आधार पर निकाय चुनाव नहीं होंगे और इस निर्णय पर राजभवन की स्वीकृति अनिवार्य है। राजभवन की स्वीकृति के बाद मामले में आगे की कार्यवाही शुरू होगी। पंचायत चुनाव को लेकर राज्य सरकार की तैयारियों के बीच ही नगर निकायों के चुनाव को लेकर भी सुगबुगाहट बढ़ने लगी है। दलगत आधार पर निकाय चुनाव कराने के पुराने फैसले को कैबिनेट ने बदल दिया है।
इसके बाद पूरी फाइल राजभवन भेजी गई है, जहां से स्वीकृति मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। माना जा रहा है कि पंचायत चुनाव के बाद राज्य सरकार निकायों का चुनाव भी कराएगी। सूत्रों ने बताया कि इस मामले में राजभवन से भी कोई रुकावट होने की संभावना नहीं दिख रही है। राज्य में 2018 के पहले दलीय आधार पर चुनाव नहीं होते थे, लेकिन पिछली सरकार ने 2018 में दलगत आधार पर निकाय चुनाव कराने का फैसला किया था।
14 निकायों में होने हैं चुनाव
राज्य में धनबाद, चास और देवघर नगर निगम समेत 14 नगर निकायों में चुनाव लंबित हैं। यहां 2020 में ही चुनाव होना था, जो कोरोना के कारण टल गया। निकायों के कार्यपालक पदाधिकारियों को निर्वाचित पदाधिकारियों के दायित्व की जिम्मेदारी दे दी गई है। 14 में छह नगर निकाय वैसे हैं, जो हाल में बने हैं, और वहां पहली बार चुनाव होने हैं। नवसृजित नगर निकायों में गोमिया, बड़की सरिया, धनवार, हरिहरगंज, बचरा और महागामा शामिल हैं।