Jharkhand: सरकारी स्कूलों के बच्चों को नहीं मिलेगी गर्मी की छुट्टी, सभी जिलों को आदेश जारी

सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को गर्मी की छुट्टी नहीं मिलेगी। ग्रीष्मावकाश में भी उनकी ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। कोरोना के कारण लंबे समय से स्कूलों के बंद रहने के कारण बच्चों की छुटी हुए पढ़ाई तथा उनमें हुए लर्निंग लॉस की क्षतिपूर्ति के लिए यह निर्णय लिया है।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 02:23 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 02:24 PM (IST)
Jharkhand: सरकारी स्कूलों के बच्चों को नहीं मिलेगी गर्मी की छुट्टी, सभी जिलों को आदेश जारी
Jharkhand: सरकारी स्कूलों के बच्चों को नहीं मिलेगी गर्मी की छुट्टी, होगी ऑनलाइन क्लास। जागरण

रांची, राज्य ब्यूरो । सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को गर्मी की छुट्टी नहीं मिलेगी। ग्रीष्मावकाश में भी उनकी ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। कोरोना के कारण लंबे समय से स्कूलों के बंद रहने के कारण बच्चों की छुटी हुए पढ़ाई तथा उनमें हुए लर्निंग लॉस की क्षतिपूर्ति के लिए यह निर्णय लिया है। झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों तथा जिला शिक्षा अधीक्षकों को निर्देश जारी कर दिए हैं।

जेसीईआरटी के निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया ने जिला पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि ग्रीष्मावकाश में भी डिजी साथ द्वारा उपलब्ध कराई जा रही शैक्षणिक सामग्री एवं साप्ताहिक पाठ़्य योजना के अनुसार ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाए। उन्होंने इसकी नियमित मॉनीटरिंग करने के भी निर्देश दिए हैं। बता दें कि स्कूलों के बंद रहने के कारण वर्तमान शैक्षणिक सत्र में तीन मई से डिजिटल सामग्री वाट्सएप के माध्यम से बच्चों को भेजी जा रही है। अभी तक कोरोना जागरुकता, स्वच्छता, बच्चों के मानसिक विकास से संबंधित सामग्री भेजी जा रही थी।

सोमवार से पाठ्य पुस्तकों के आधार पर तैयार डिजिटल कंटेंट भेजे जाने लगे हैं। सप्ताह में चार दिन प्रखंड स्तर से जूम एप के माध्यम से भी ऑनलाइन कक्षा के संचालन के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि सरकारी स्कूलों में नामांकित लगभग 38 लाख बच्चों में 12-13 लाख के पास ही स्मार्ट फोन की सुविधा होने से डिजिटल सामग्री पहुंच पा रही है। इधर, गर्मी की छुट्टी में भी ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने के निर्देश के बाद शिक्षकों में असंतोष है। वे इसका विरोध करने का दबाव विभिन्न शिक्षक संघों पर डाल रहे हैं। वहीं, कई शिक्षकों को काेविड कार्य में भी प्रतिनियुक्त किए जाने से इसमें समस्या आ रही है।

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