कोरोना वैक्सीन को लेकर झारखंड सरकार का सभी उपायुक्तों को विशेष निर्देश, दी यह चेतावनी
COVID Vaccine Jharkhand Samachar झारखंड में दूसरी डोज के टीकाकरण पर 70 फीसद वैक्सीन खर्च होगी। 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों का लक्ष्य के विरुद्ध 26 फीसद ही टीकाकरण हुआ है। सभी जिलों को वैक्सीन की बर्बादी रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। केंद्र सरकार ने 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के टीकाकरण के लिए भेजी जानेवाली वैक्सीन में 70 फीसद वैक्सीन का इस्तेमाल दूसरी डोज के रूप में करने को कहा है। इस आलोक में झारखंड के स्वास्थ्य विभाग ने सभी उपायुक्तों व सिविल सर्जनों को निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके तहत 30 फीसद वैक्सीन का ही इस्तेमाल पहली डोज के टीकाकरण में किया जाएगा। केंद्र सरकार ने दूसरी डोज के टीकाकरण में तेजी लाने के उद्देश्य को लेकर यह निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को वैक्सीन की बर्बादी पर भी रोक लगाने को कहा है। स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जिस जिले में वैक्सीन की बर्बादी होगी, उसके कोटे से वैक्सीन की उतनी कटौती कर ली जाएगी। बता दें कि राज्य में दो से तीन फीसद वैक्सीन बर्बाद होने की बात सामने आई है। हालांकि अन्य कई राज्याें में इससे अधिक वैक्सीन की बर्बादी हुई है। एक वायल खुलने पर दस लाभुकों के टीकाकरण के लिए उपलब्ध नहीं होने के कारण वैक्सीन की बर्बादी होती है।
बता दें कि 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के टीकाकरण के लिए वैक्सीन राज्य को केंद्र सरकार उपलब्ध कराती है। वहीं, 18 से 44 वर्ष के नागरिकों के टीकाकरण के लिए वैक्सीन राज्य सरकार सीधे कंपनियों से क्रय कर रही है। राज्य में टीकाकरण की स्थिति की बात करें तो लक्ष्य के विरुद्ध 91 फीसद हेल्थ केयर वर्कर्स तथा 83 फीसद फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली डोज का टीका लग चुका है। हालांकि 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के टीकाकरण में लक्ष्य के विरुद्ध 26 फीसद ही टीकाकरण हो सका है।
वहीं दूसरी डोज के टीकाकरण में 22 मार्च तक पहली डोज लेनेवाले हेल्थ केयर वर्कर्स में 74 फीसद तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स में 72 फीसद ने दूसरी डोज भी ले ली है। लेकिन इस अवधि तक पहली डोज लेनेवाले 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों में 40 फीसद को ही दूसरी डोज लग सकी है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी उपायुक्तों को इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि जिलों में वैक्सीन की कमी के कारण भी टीकाकरण अभी धीमी चल रही है। कुछ जिलों में कोविशील्ड की कमी होने के बाद दूसरे जिले से वैक्सीन वहां भेजी गई है।
समय पर लें दूसरी डोज, कोरोना से होंगे पूरी तरह सुरक्षित
चिकित्सा विशेषज्ञ डाॅ. बी मरांडी के अनुसार, कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लेनी जरूरी है। साथ ही कोशिश करनी चाहिए कि समय पर ही दूसरी डोज का भी टीकाकरण कराएं। यह प्रमाणित हो चुका है कि दोनों डोज का टीका लेनेवाले लोग बहुत कम संक्रमित हुए हैं। जो संक्रमित भी हुए हैं, उनकी जान पर कोई खतरा नहीं आया है।