JCERT Books: झारखंड शैक्षिक परिषद की किताबें बाजार में बिक्री के लिए होंगी उपलब्ध
Jharkhand Educational Council JCERT Books परिषद ने पुस्तकों के प्रकाशन को लेकर प्रकाशकों के चयन हेतु टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। परिषद ने प्रकाशकों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 42 लाख छात्र-छात्राओं के लिए पुस्तकें प्रकाशित की जाएंगी।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की पाठय-पुस्तकें बाजारों में भी बिक्री के लिए उपलब्ध होंगी। परिषद ने पुस्तकों के प्रकाशन को लेकर प्रकाशकों के चयन के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। परिषद ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 में कक्षा एक से आठ के सभी बच्चों तथा कक्षा नौ एवं दस की छात्राओं को निश्शुल्क पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध कराने को लेकर भी प्रकाशकों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे बच्चों को समय पर पुस्तकें मिल सकेंगी।
बता दें कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ के सभी छात्र-छात्राओं को समग्र शिक्षा अभियान के तहत पुस्तकें दी जाती हैं। वहीं, राज्य सरकार की योजना के अंतर्गत कक्षा नौ एवं दस की छात्राओं को निश्शुल्क पुस्तकें दी जाती हैं। राज्य सरकार ने 42 लाख छात्र-छात्राओं के लिए पुस्तकें प्रकाशित कराने का निर्णय लिया है।
पीएम को पत्र लिख पेट्रोल व डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक मोर्चा के महासचिव सह प्रवक्ता फजल खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को पत्र लिखकर पेट्रोल व डीजल की कीमत कम कराने की मांग की है। उन्होंने मंहगाई को कम करने के लिए पेट्रोल एवं डीजल को जीएसटी के अंतर्गत लाने की मांग की है। फजल खान ने कहा कि पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमत के दामों में बेतहाशा वृद्धि से आम लोगों का बजट पूरी तरह से बिगड़ गया है।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में फजल खान ने रसोई गैस की बढ़ी कीमतों को कम करने एवं पूर्व की तरह सब्सिडी देने का अनुरोध किया है। फजल खान ने कहा कि एक मजदूर को भी गैस सिलेंडर लगभग एक हजार में मिल रहा है और संपन्न व्यक्ति को भी उसी कीमत पर सिलेंडर मिल रहा है। फजल खान ने अनुरोध किया कि जनहित में प्रधानमंत्री पेट्रोल, डीजल एवं गैस के दाम घटा कर देशवासियों को तुरंत राहत प्रदान करें।