Jharkhand: प्राथमिक स्कूलों के सभी शिक्षकों को स्कूल आना अनिवार्य, माध्यमिक शिक्षकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण शुरू
Jharkhand Education News School News अब हाई व प्लस टू स्कूलों में ऑफलाइन टेस्ट या अन्य कोई परीक्षा नहीं होगी। नौवीं से बारहवीं की कक्षाएं लेने हेतु स्कूल आनेवाले शिक्षकों को दोनों डोज का टीका लेना अनिवार्य है। स्कूलों में सामूहिक सांस्कृतिक व अन्य कार्यक्रम पर भी प्रतिबंध है।
रांची, राज्य ब्यूरो। भले ही झारखंड में अभी कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की ऑफलाइन पढ़ाई शुरू नहीं होगी, लेकिन प्राथमिक स्कूलों में सभी शिक्षकों को स्कूल आना अनिवार्य होगा। बताया जाता है कि सोमवार को जो गाइडलाइन जारी होगी, उसमें इसे भी अनिवार्य किया जाएगा। अभी तक प्राथमिक स्कूलों में भी रोस्टर के अनुसार 50 प्रतिशत शिक्षक स्कूल आ रहे थे। अब सभी शिक्षकों को स्कूल आना होगा। कक्षा नौवीं से बारहवीं की कक्षाएं लेने हेतु स्कूल आनेवाले सभी शिक्षकों का दोनों डोज का टीका लेना अनिवार्य किया गया है।
हालांकि बड़ी संख्या में शिक्षक दोनों डोज नहीं ले सके हैं। इसे लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग सभी शिक्षकों के टीकाकरण कराने को लेकर स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखने की भी तैयारी कर रहा है। हाई व प्लस टू स्कूलों में ऑफलाइन टेस्ट या अन्य कोई परीक्षा नहीं होगी। सामूहिक सांस्कृतिक व अन्य कार्यक्रम पर भी प्रतिबंध रहेगा। जिला प्रशासन समय-समय पर शिक्षकों, बच्चों तथा अन्य कर्मियों की रैंडम कोरोना जांच करेगा, ताकि कोरोना संक्रमण की पहचान समय पर हो सके।
माध्यमिक शिक्षकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण शुरू, मिलेंगे 13 प्रमाणपत्र
निष्ठा (नेशनल इनिशिएटिव फाॅर स्कूल हेड एंड टीचर्स होलिएस्टिक एडवांसमेंट) 2.0 कार्यक्रम के तहत हाई तथा प्लस टू स्कूलों के प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण रविवार से शुरू हो गया। दीक्षा पोर्टल के माध्यम से यह प्रशिक्षण ऑनलाइन दिया जा रहा है। राज्य में अबतक दस हजार माध्यमिक शिक्षक दीक्षा पोर्टल पर निबंधित हैं, जबकि पांच हजार अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षण शुरू होने से पहले निबंधित होने के निर्देश दिए गए थे।
निष्ठा कार्यक्रम के पहले चरण में प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया था। माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए निष्ठा-2.0 माड्यूल के अंतर्गत कुल 13 माड्यूल तैयार किए गए हैं, जिनमें 12 माडयूल सभी शिक्षकों द्वारा पूरे किए जाने हैं, जबकि एक माड्यूल विषय आधारित है, जिसमें विषयवार शिक्षक भाग लेंगे। इस ऑनलाइन प्रशिक्षण के दौरान कुल 13 प्रमाणपत्र सभी शिक्षकों को मिलेंगे, जबकि सत्र समाप्त होने के बाद एक विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
शिक्षकों को यह प्रमाणपत्र प्रशिक्षण के बाद मूल्यांकन में न्यूनतम 70 प्रतिशत औसत अंक लाने पर ही प्राप्त होगा। जो शिक्षक इतने अंक लाने में असफल होंगे, उन्हें यह अंक प्राप्त करने के लिए तीन अवसर प्रदान किए जाएंगे। बताया गया कि यह प्रशिक्षण हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। निष्ठा के तहत प्रशिक्षण हेतु प्रत्येक 30 दिनों के लिए चार माड्यूल उपलब्ध होंगे। शिक्षकों को ये माड्यूल 30 दिनों में पूरे करने होंगे। इसके तत्काल बाद चार नए माड्यूल उपलब्ध होंगे।
इसके लिए भी 30 दिनों का समय दिया जाएगा। दीक्षा पोर्टल पर माडयूल उपलब्ध होने पर अधिकतम दस दिनों के अंदर शिक्षकों को उक्त माड्यूल से प्रशिक्षण प्रारंभ कर लेना अनिवार्य होगा। ऐसा नहीं करने पर उनका नामांकन नहीं हो पाएगा तथा वे प्रशिक्षण से वंचित हो जाएंगे। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने यह प्रशिक्षण शिक्षकों को समय पर पूरा कराने को लेकर सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को गाइडलाइन जारी कर दी है।