झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की तबीयत फिर बिगड़ी, सात घंटे बाद अस्‍पताल से मिली छुट्टी

Jharkhand News रांची के मेदांता अस्‍पताल के डॉक्‍टरों ने कहा कि जगरनाथ महतो के ट्रांसप्लांट फेफड़े को लेकर कोई समस्या नहीं है। मंत्री जगरनाथ महतो उल्टी होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे। रूटीन जांच के बाद छुट्टी दी गई।

By Brajesh MishraEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 01:24 PM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 08:37 PM (IST)
झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की तबीयत फिर बिगड़ी, सात घंटे बाद अस्‍पताल से मिली छुट्टी
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को मेदांता अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है।

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। कोरोना से जंग जीतने के करीब नौ माह बाद मंत्री जगरनाथ महतो की तबीयत अचानक खराब हो गई। उन्हें शनिवार को दिन के 12 बजे के आसपास मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें सुबह में अचानक दस्त और हल्की उल्टी होने लगी। इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। यहां उन्‍हें बेहतर इलाज के लिए आइसीयू में रखा गया और शाम करीब सात बजे उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। छुट्टी मिलने के बाद वे रांची स्थित अपने आवास लौट आए हैं।

उनके पुत्र अखिलेश महतो ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें हल्की समस्या आई थी, लेकिन काेई बड़ी बात सामने नहीं आई। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनका रूटीन चेकअप भी हुआ और वे अब स्वस्थ हैं। उनका इलाज कर रहे डा. तापस साहू ने बताया कि शुरू में उनकी तबीयत को देखते हुए आइसीयू में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही थी। अस्पताल के अधीक्षक डा. एमएम पांडेय ने बताया कि मंत्री को कोई बड़ी समस्या नहीं थी, उन्हें कुछ हुआ ही नहीं था।

उल्टी की समस्या थी, उसे ठीक कर लिया गया है और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। उनकी तबीयत खराब होने के बाद राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों ने उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की है। दोपहर से ही ट्विटर पर लगातार उनके शुभचिंतकों ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते रहे। डाक्टरों ने बताया कि कोरोना को लेकर उनमें कोई लक्षण नहीं दिखा। आगे भी अगर जरूरत पड़ेगी तो अन्य जांच कराई जाएगी। मालूम हो कि कोरोना संक्रमित रहे शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो के फेफड़े का सफल प्रत्यारोपण पिछले वर्ष नवंबर में चेन्नई स्थित एमजीएम में किया गया था।

वे 14 जून को रांची लौटे थे। इससे पहले उनका इलाज कर रहे रांची के डाक्टर भी कोरोना संक्रमित हो गए थे। इसके बाद शिक्षा मंत्री को अलग से आइसोलेशन में क्‍वारंटाइन किया गया था। इससे पहले वे मेडिका अस्पताल में भर्ती थे, जहां उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई और बाद में राज्य सरकार की पहल के बाद उन्हें एयर लिफ्ट कर चेन्नई ले जाया गया। यहां उन्हें एक नया जीवन मिला। झारखंड लौटने के बाद वे काम में जुट गए। उन्हें उनका विभाग भी दे दिया गया। साथ ही पारा शिक्षकों की मांगों को लेकर वे लगातार सजग नजर आ रहे हैं।

लंबी बीमारी के बाद ठीक होकर लौटे

कोरोना महामारी के दौरान शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो संक्रमित हो गए। गत 28 सितंबर को उन्‍हें रिम्‍स में भर्ती किया गया। फेफड़े में संक्रमण के बाद उन्‍हें मेडिका में भर्ती कराया गया। कोरोना जांच पाजिटिव पाई गई। इसके बाद उन्‍हें बेहतर इलाज के लिए झारखंड सरकार की तरफ से  चेन्‍नई भेजा गया। जहां एमजीएम अस्‍पताल में काफी लंबे समय तक उनका इलाज चला। करीब आठ माह तक बीमारी से मुकाबला करने के बाद चिकित्‍सकों की ओर से उन्‍हें स्‍वस्‍थ घोषित कर दिया गया। इसके बाद वह वापस रांची लौटे।

मुख्‍यमंत्री ने किया फोन, पूछा हालचाल

सूत्रों की तरफ से दावा किया जा रहा है कि जगरनाथ महतो के अस्‍पताल में भर्ती होने की सूचना मिलने के बाद झारखंड के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्‍हें फोन किया। स्‍वास्‍थ्‍य के संबंध में जानकारी ली। राज्‍य में आला अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वह खुद मौके पर जाकर पूरी जानकारी प्राप्‍त करें। इसके अलावा मेदांता अस्‍पताल प्रबंधन से लगातार संपर्क बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। मंत्री के अस्‍पताल पहुंचने के बाद उनके परिवार के कुछ लोग भी वहां पहुंच गए हैं। चिकित्‍सकों की ओर से कहा गया है कि वह पूरी जांच करने के बाद ही कुछ बता सकेंगे।

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