लोड पड़ते ही क्रैश हो गई झारखंड ई-पास की वेबसाइट, दिनभर लोग रहे परेशान

Jharkhand E Pass Hindi Samachar मोबाइल नंबर डालने के बाद ई-पास की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ रही है। ई पास नहीं बनने से लोग जरूरी काम से बिना पास के ही निकले। उन्‍हें रास्‍ते में पुलिस ने पकड़ लिया।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 05:27 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 05:36 PM (IST)
लोड पड़ते ही क्रैश हो गई झारखंड ई-पास की वेबसाइट, दिनभर लोग रहे परेशान
Jharkhand E Pass, Hindi Samachar ई पास नहीं बनने से लोग जरूरी काम से बिना पास के ही निकले।

रांची, जासं। Jharkhand E Pass, Hindi Samachar झारखंड सरकार ने रविवार 16 मई से घर से बाहर निकलने वालों के लिए ई पास जरूरी कर दिया है। लेकिन ई पास बनाने के लिए जो वेबसाइट तैयार की गई है, वह लोड पड़ने पर क्रैश कर गई। लोग पास के लिए आवेदन करने के लिए अपने मोबाइल, लैपटॉप और कंप्यूटर पर घंटों माथापच्ची करते रहे। लेकिन प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। शुरुआत में कुछ लोगों के ई पास आवेदन सबमिट हो गए। लेकिन बाद में हजारों लोग ई पास के लिए परेशान रहे। ई पास नहीं बनने से लोग जरूरी काम से बिना पास के ही निकले।

इसके चलते राजधानी रांची की सड़कों पर पुलिस और जरूरत के लिए निकले लोगों के बीच दिन भर हुज्जत होती रही। ई-पास नहीं बनने पर कई लोगों ने मामले की शिकायत करने के लिए जिला परिवहन अधिकारी को फोन लगाया। लेकिन, वे फोन रिसीव नहीं कर रहे थे। कोकर के राजेश कुमार ने बताया कि उनके पिता सैमफोर्ड हॉस्पिटल में भर्ती हैं। वह उनको देखने के लिए अस्पताल जा रहे थे। लेकिन ई पास नहीं होने की वजह से काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। पुलिस वाले आगे जाने ही नहीं दे रहे थे।

जब उनको बताया गया कि ई-पास की साइट ही काम नहीं कर रही है तो बाद में बड़ी मुश्किल से उन्हें अस्पताल तक जाने की अनुमति मिली। हिंदपीढ़ी के मोहम्मद मुजीब घर से दवा लेने निकले थे। वह कर्बला चौक के करीब स्थित एक मेडिकल स्टोर से ही दवा खरीदते हैं। पुलिसकर्मियों ने उन्हें कर्बला चौक पर रोक लिया। जब उन्होंने दवा लेने की बात बताई, तो उनसे पूछा गया कि क्या हिंदपीढ़ी में दवा की कोई दुकान नहीं है। उधर बहुत सी दुकानें हैं। वहां से क्यों नहीं लेते और उन्हें वापस कर दिया गया।

मुजीब ने बताया कि वह ई पास के लिए आवेदन करने की लगातार कोशिश करते रहे। लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही थी। उन्हें लगा कि उनका नेटवर्क खराब है। लेकिन जब दो-चार पहचान वालों को फोन लगाया तो पता चला कि वेबसाइट ही काम नहीं कर रही है। नामकुम के अशोक कुमार ने बताया कि सरकार को ई-पास वेबसाइट के सर्वर की बराबर निगरानी करनी चाहिए। जैसे ही वेबसाइट पर लोड बढ़ा और उसमें दिक्कत हुई, तो उसे दूर किया जाना चाहिए था या फिर ई-पास के लिए कई वेबसाइट खुलनी चाहिए थी, ताकि लोगों को आसानी हो सके।

बरियातू के मुकेश कुमार ने बताया कि जैसे ही ई पास की साइट खुलती है तो उसमें रजिस्टर करने का ऑप्शन आता है। इसमें मोबाइल नंबर सबमिट करना होता है। वह बराबर अपना मोबाइल नंबर सबमिट कर रहे हैं ‌ लेकिन साइट बार-बार बता रही है कि वैध मोबाइल नंबर डालें। उनका कहना है कि उन्होंने कई बार एक-एक अंक मिलाया कि कहीं गलत नंबर तो नहीं डाल रहे हैं।

लेकिन वह सही नंबर ही डाल रहे थे। उनके इसी मोबाइल नंबर पर सबसे बात हो रही है। लेकिन साइट उन्हें बार-बार वैध मोबाइल नंबर ही डालने की बात कह रही है। कडरू के मोहम्मद वासिफ ने बताया कि उन्होंने जब ई पास बनाने के लिए दोपहर बाद तकरीबन 2:00 बजे साइट खोली, तो वेबसाइट खुल ही नहीं रही थी। उसमें लिख कर आ रहा था कि यह वेबसाइट पहुंच से बाहर है।

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