झारखंड सांस्कृतिक धरोहरों की खान, वैश्विक पहचान पाने की है क्षमता

दस दिवसीय ट्राइबल पेटिग कार्यशाला का समापन 38 चित्रकार साहित्यकार पत्रकार और फिल्मकार

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 07:34 AM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 07:34 AM (IST)
झारखंड सांस्कृतिक धरोहरों की खान, वैश्विक पहचान पाने की है क्षमता
झारखंड सांस्कृतिक धरोहरों की खान, वैश्विक पहचान पाने की है क्षमता

-दस दिवसीय ट्राइबल पेटिग कार्यशाला का समापन, 38 चित्रकार, साहित्यकार, पत्रकार और फिल्मकार सम्मानित

जासं, रांची: भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता एवं झारखंड सरकार सांस्कृतिक कार्य निदेशालय की ओर से आयोजित दस दिवसीय ट्राइबल पेटिग कार्यशाला मंगलवार को समापन हुआ। आड्रे हाउस में समापन समारोह में प्रतिभागी कलाकारों के अलावा राज्य के 38 शीर्ष चित्रकार, साहित्यकार, पत्रकार और फिल्मकारों को सम्मानित किया गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी के अलावा विशिष्ट अतिथियों में संस्कृति विभाग के निदेशक दीपक कुमार शाही, पूर्व निदेशक अशोक कुमार सिंह एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के क्षेत्रीय केंद्र निदेशक संजय झा थे।

समारोह स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण के साथ आरंभ हुआ। मुख्य अतिथि अमिताभ चौधरी ने कहा कि झारखंड सांस्कृतिक विरासत की खान है। इसमें विश्व पटल पर छाने की क्षमता है। इस तरह की कार्यशाला प्रतिभाओं को सामने लाती हैं। सहायक निदेशक विजय पासवान के कार्यशाला और निदेशालय की गतिविधियों की जानकारी दी। कार्य क्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कार्यशाला के संयोजक एवं ईजेडसीसी के झारखंड सदस्य चंद्र देव सिंह ने सांस्कृतिक क्षेत्र में राज्य के सभी हिस्सों की सहभागिता बढ़ाने का संकल्प दोहराया।

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इन्हें मिला सम्मान

डा. आरके नीरद : जनजातीय चित्रकला के शोध, संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए यामिनी राय आदिवासी चित्रकला शोध सम्मान

एसएम नय्यर जमाल : रुकैया महवी चित्रकला सम्मान।

दिलेश्वर लोहरा : जीतराम बेदिया कला संस्कृति सेवा सम्मान।

डा. अंजू साहू : सिनगी देई चित्रकला, संस्कृति व नारी शिक्षा सम्मान।

चुना राम हेंब्रम, शुंभाकर, पावर राय, अनूप कुमार महतो, विकास चंद्र महतो, भुवनेश्वर महतो, बसंत करमाली, कमलेश गोप, प्रतिभा तिग्गा, दीक्षा सिन्हा, संजय वर्मा, श्वेता रानी एवं अमृत कंडुलना : आदिवासी चित्रकला सम्मान।

रणेंद्र कुमार (भाप्रसे) : साहित्य के क्षेत्र में डा. कुमार सुरेश सिंह साहित्य एवं प्रशासनिक सेवा सम्मान।

गिरीधारी राम गोंझू : लाल रणविजय नाथ सहदेव भाषा साहित्य, संस्कृति, शिक्षा सम्मान।

महादेव टोप्पो : पद्मश्री रामदयाल मुंडा साहित्य सम्मान।

डा. नारायण भगत : जतरा टाना भगत भाषा साहित्य सेवा सम्मान।

अभय सागर मिज : वीपी केसरी साहित्य भाषा संस्कृति सम्मान।

चंद्रमोहन किस्कू : बासु बेसरा भाषा साहित्य सेवा सम्मान।

डा. विक्रम जोड़ा : कार्तिक उरांव साहित्य सम्मान।

गुंजल इकर मुंडा : दुलाई चंद्र मुंडा साहित्य-भाषा-संगीत सम्मान।

डा. मीनाक्षी मुंडा : बिरसा मुंडा शिक्षा एवं समाज सेवा सम्मान।

डोबरो बिरूली : लाको बोदरा साहित्य-भाषा-संस्कृति सम्मान।

डा. स्टेफी टेरेसा मुर्मू : इगनेस कुजूर कला संस्कृति सम्मान।

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