COVID Vaccine Update: कोरोना वैक्सीन के लिए शहरों में मारामारी, गांवों में टीका केंद्र हैं खाली
Jharkhand COVID Vaccine Update कोरोना टीकाकरण को लेकर गांवों में जागरुकता का भारी अभाव है। विशेषज्ञ कहते हैं कि दोनों डोज का टीका लेना ही कोरोना से बचाव है। कोई भी वैक्सीन संबंधित रोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।
रांची, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस का टीका लेने को लेकर शहरों में मारामारी है। लोग टीका लेना चाहते हैं, लेकिन अधिक संख्या होने के कारण उन्हें अभी स्लॉट नहीं मिल पा रहा है। 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के टीकाकरण में भी कमोबेश यही स्थिति है। दूसरी तरफ, ग्रामीण क्षेत्रों में लोग टीका लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। इन क्षेत्रों के कई केंद्रों पर लक्ष्य के अनुरूप टीकाकरण नहीं हो पा रहा है। दरअसल, कोरोना टीकाकरण को लेकर गांवों में जागरुकता का काफी अभाव है।
इसे लेकर लोगों में गलत धारणाएं और शंकाएं भी हैं, जबकि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण ही सबसे बड़ा साधन है। राज्य सरकार गांव के लोगों को जागरुक करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सरकार विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में प्रचार सामग्री प्रकाशित कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा टीकाकरण को लेकर लोगों में जागरुकता लाने के लिए धर्मगुरुओं एवं जन प्रतिनिधियों से भी सहयोग लिया जा रहा है। रांची के जिला टीकाकरण पदाधिकारी डाॅ. शशिभूषण खलखो कहते हैं, ग्रामीण क्षेत्रों में डर या अफवाह के कारण कुछ लोग टीकाकरण के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
यह गलत है। उनके अनुसार, कोई भी वैक्सीन संबंधित रोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। इंसान के शरीर में वायरस के प्रवेश होते ही यह प्रतिरोधक क्षमता उसका खात्मा कर डालती है। इसे सभी को समझना होगा कि वैक्सीन ही कोरोना से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। साथ ही दोनों डोज भी अनिवार्य रूप से लेना चाहिए। कई ऐसे केस आए हैं जिनमें टीका लेनेवाले लोग संक्रमित होने के बाद भी दो-तीन दिन में ही ठीक हो गए। उनकी जान का कोई खतरा नहीं हुआ।
केस स्टडी-1
साहिबगंज के उधवा प्रखंड में सोमवार को उत्तर पलाशगाछी व दक्षिण पलाशगाछी पंचायत, रविवार को पूर्वी प्राणपुर तथा पश्चिम प्राणपुर पंचायत व शनिवार को दक्षिण बेगमगंज पंचायत में बनाए गए टीकाकरण केंद्र पर एक भी व्यक्ति टीकाकरण कराने नहीं पहुंचा। सभी मुस्लिम बहुल पंचायत हैं।
केस स्टडी -2
सिमडेगा में मंगलवार को 18 से 44 वर्ष के 945 लोगों को टीका लगा। इनमें सिमडेगा में 220 लोगों को टीका लगा जबकि बोलबाव में महज दस लोगों को ही टीका लग सका।
कोट-1
ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से अपील है कि वे बिना कोई डर या शंका के टीकाकरण कराएं। यह वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित हो चुका है कि टीका लेने वालों काे संक्रमण बहुत कम हो रहा है। जिनमें संक्रमण हो भी रहा है, वे स्वस्थ हो जा रहे हैं। राज्य सरकार मुफ्त टीकाकरण करा रही है। इसका सभी लाभ उठाएं। -अरुण कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग।
कोट-2
कोरोना का चाहे कोई भी वैरिएंट (रूप) हो, टीका उससे बचाने में कारगर है। टीका 100 फीस तो नहीं, 90 फीसद सुरक्षा तो जरूर देता है। लोगों को अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराना चाहिए। -डाॅ. प्रदीप भट्टाचार्य, विभागाध्यक्ष, क्रिटिकल केयर यूनिट, रिम्स, रांची।
गांव के लोग इनसे लें प्रेरणा
-91 फीसद स्वास्थ्य कर्मी पहली डोज का टीका ले चुके हैं। टीकाकरण के कारण ही इस बार बहुत कम स्वास्थ्य कर्मी कोरोना से संक्रमित हुए।
-85 फीसद फ्रंटलाइन वर्कर्स कोरोना टीका का पहली डोज ले चुके हैं। टीकाकरण के कारण ही ये कर्मी कोरोना से सुरक्षित होकर अपनी ड्यूटी पर जमे हुए हैं।